Uttar Pradesh News: माध्यमिक शिक्षा विभाग ने फर्जी कागजात लगाकर नौकरी पाने वाले तीन सहायक शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। जिला विद्यालय निरीक्षक गौतम प्रसाद ने संबंधित स्कूलों को इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। यह कार्रवाई शासन स्तर पर हुई जांच के बाद की गई है।
जांच में खुले चौंकाने वाले तथ्य
तीन अलग-अलग विद्यालयों में तैनात इन शिक्षकों के अंक पत्र और प्रमाण पत्र जांच में कूटरचित और नकली पाए गए। विभाग ने पुष्टि की कि इन्होंने वर्ष 2014 में भर्ती के दौरान फर्जी दस्तावेज जमा किए थे। इस आधार पर ही इन्होंने नौकरी हासिल की थी।
बर्खास्त किए गए शिक्षकों की पहचान
जिन शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की गई हैं, उनमें देवदह स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के गणित विज्ञान के शिक्षक विनय कुमार यादव शामिल हैं। इसके अलावा चककुचाई के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के जीव विज्ञान शिक्षक विवेक सिंह और बड़रांव कटिहारी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय राजकीय माध्यमिक इंटर कालेज की हिंदी शिक्षिका अनीता रानी भी बर्खास्त हुई हैं।
विभाग ने की कड़ी कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने तत्काल प्रभाव से तीनों की सेवाएं समाप्त कर दीं। साथ ही इनके खिलाफ मामला दर्ज करने और इनसे वसूली की कार्रवाई शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। इस पूरे प्रकरण ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में हलचल पैदा कर दी है।
जल्द शुरू होगी वसूली की कार्रवाई
जिला विद्यालय निरीक्षक गौतम प्रसाद ने बताया कि शिक्षा निदेशक के आदेशों का पालन करते हुए संबंधित प्रधानाचार्यों को एफआईआर दर्ज करने का पत्र भेजा जा रहा है। वित्त विभाग से अभिलेख मंगाए जा रहे हैं। तीनों शिक्षकों के खिलाछ जल्द ही वसूली की कार्रवाई भी शुरू कर दी जाएगी।
