Mandi News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के नशे की हालत में पहुंचने का मामला सामने आया है। यह घटना गोहर ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक पाठशाला गराड़ी गाड़ में हुई। जानकारी के मुताबिक, मुख्याध्यापक नशे की हालत में स्कूल पहुंचे और कक्षा के फर्श पर गिर गए। इस दौरान बच्चे अपनी परीक्षा दे रहे थे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि शिक्षक पूरी तरह से नशे की हालत में स्कूल पहुंचे थे। वह इतने बुरे हालात में थे कि चलते-चलते लड़खड़ा कर गिर पड़े। यह घटना स्कूल के पीटीए रूम में हुई। वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षक जमीन पर पड़े हैं और उनके शरीर पर चोट के निशान हैं। बच्चे उसी कमरे में परीक्षा दे रहे थे।
अभिभावक इस घटना से बहुत नाराज हैं। उनका कहना है कि शिक्षक का इस तरह नशे में आना बच्चों के लिए बुरा उदाहरण है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता ने शिकायत की है। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में बच्चों का पढ़ाई पर ध्यान नहीं लग पाता।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब यह शिक्षक नशे की हालत में स्कूल आए हैं। आरोप है कि वह पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं। लोगों ने उन्हें कई बार समझाया भी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। आखिरकार लोगों ने इस बार वीडियो बनाकर पुलिस में शिकायत कर दी।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। गोहर थाना में इस मामले की शिकायत दर्ज की गई है। एक पुलिस टीम घटनास्थल का जायजा लेने और मामले की जांच के लिए स्कूल पहुंची है। पुलिस ने बताया कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल की स्थिति पर चिंता जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस स्कूल में केवल दो शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें से एक वही मुख्याध्यापक हैं जिन पर नशे में स्कूल आने का आरोप है। ऐसे में अगर एक शिक्षक अनुपस्थित रहता है तो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
शिक्षा विभाग ने भी इस मामले की गंभीरता को स्वीकार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है। विभाग की ओर से जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर सरकारी स्कूलों की हालत पर सवाल खड़े करती है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत को रेखांकित करती है। बच्चों के भविष्य के लिए स्कूलों में अनुशासन और जिम्मेदारी का माहौल जरूरी है। इस तरह की घटनाएं शिक्षा के अधिकार को प्रभावित करती हैं।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लोग शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जता रहे हैं। कई यूजर्स ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कुछ लोगों ने शिक्षकों के लिए समय-समय पर परामर्श कार्यक्रम चलाने का सुझाव दिया है।
