Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज में अब रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू हो गई है। इस सेवा के लिए हर शुक्रवार और शनिवार का दिन तय किया गया है। यूरोलॉजी विभाग और चिकित्सा अधीक्षक ने ऑपरेशन का शेड्यूल जारी कर दिया है। अभी यह सुविधा पेट संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए उपलब्ध है।
पहली रोबोटिक सर्जरी चंबा की 43 वर्षीया रजनी पर की गई। डॉक्टरों ने उनके पेट से एक ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला। सर्जरी के दौरान उनकी किडनी को पूरी तरह सुरक्षित रखा गया। मरीज अब ठीक है और जल्द ही घर जा सकेगी।
सर्जरी के बाद तेज रिकवरी
रोबोटिक सर्जरी का सबसे बड़ा फायदा है तेजी से रिकवरी। मरीज सर्जरी के केवल तीन से चार दिन बाद ही घर जा सकते हैं। इस तकनीक में रक्तस्राव 90 प्रतिशत तक कम हो जाता है। रोगी जल्द ही सामान्य जीवन शुरू कर सकता है।
नए ऑपरेशन थिएटर और उपकरण
संस्थान में रोबोटिक सर्जरी के लिए एक नया ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है। थिएटर में सभी आधुनिक उपकरण मौजूद हैं। अभी स्थायी स्टाफ न होने पर भी मौजूदा कर्मचारी ही सर्जरी कर रहे हैं। भविष्य में अलग से स्टाफ की नियुक्ति की जा सकती है।
मरीजों की लंबी प्रतीक्षा सूची
अस्पताल में अभी सात से आठ मरीज सर्जरी के लिए भर्ती किए गए हैं। तीन अन्य मरीजों के टेस्ट चल रहे हैं। इनमें एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं। इनका ऑपरेशन जल्द ही किया जाएगा।
विशेषज्ञों की भूमिका
यूरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अंगेश ठाकुर ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। प्राचार्य डॉ. मिलाप शर्मा ने बताया कि सभी जरूरी उपकरण उपलब्ध हैं। उपकरणों की कोई कमी नहीं है।
