India News: किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है। आधुनिक जीवनशैली के कारण इन्हें नुकसान पहुंचता है। समय पर पहचान से गंभीर समस्याओं को रोका जा सकता है। परन्तु किडनी रोग के लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और लोग उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। यहां जानिए चौंकाने वाले चार सामान्य संकेतों के बारे में।
भूख में कमी किडनी रोग का एक प्रमुख संकेत है। खराब किडनी शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा कर देती है। ये टॉक्सिन्स पाचन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। इससे मतली और उल्टी की शिकायत हो सकती है। कई बार मुंह का स्वाद बदल जाता है या धातु जैसा स्वाद आने लगता है। लम्बे समय तक भूख न लगना और वजन गिरना चिंता का विषय है।
पेशाब के पैटर्न में बदलाव भी एक अहम चेतावनी है। इसमें रात में बार-बार पेशाब आना शामिल है। पेशाब का रंग गहरा होना या उसमें खून आना खतरे की घंटी है। पेशाब में झाग दिखाई दे सकता है। कई रोगियों को पेशाब करते समय दर्द या जलन का अनुभव होता है। यह दर्शाता है कि किडनी रक्त को सही से फिल्टर नहीं कर पा रही है।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है खतरनाक
किडनी शरीर के पिछले हिस्से में निचली पसलियों के पास स्थित होती है। संक्रमण या पथरी होने पर यहां दर्द होता है। यह दर्द सामान्य पीठ दर्द से एकदम अलग होता है। यह गहरा और स्थिर महसूस होता है। बैठने या लेटने से इस दर्द में आराम नहीं मिलता। अक्सर यह दर्द बुखार या मतली के साथ आता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
थकान और कमजोरी महसूस होना भी एक बड़ा लक्षण है। स्वस्थ किडनी एक खास हार्मोन बनाती है। यह हार्मोन शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करता है। क्षतिग्रस्त किडनी इस हार्मोन का उत्पादन कम कर देती है। इससे शरीर में खून की कमी हो जाती है। मांसपेशियों और दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। नतीजतन व्यक्ति हमेशा थका हुआ और कमजोर महसूस करता है।
