Health News: सर्दी का मौसम आते ही कई लोगों के पैरों की उंगलियों में सूजन आने लगती है। कई बार यह सूजन दर्द और लालपन के साथ होती है। अक्सर लोग इसे केवल ठंड का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो परेशानी बढ़ सकती है। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण और इसे दूर करने के प्रभावी घरेलू तरीके।
ठंड बढ़ने पर शरीर गर्मी बचाने के लिए रक्त प्रवाह को केंद्रित करता है। इस प्रक्रिया में हाथ पैरों की छोटी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। इससे पैरों की उंगलियों तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता। परिणामस्वरूप सूजन, जलन और दर्द की समस्या उत्पन्न होती है। ‘मायो क्लीनिक’ के अनुसार यह स्थिति अक्सर ‘चिलब्लेन्स’ नामक समस्या से जुड़ी हो सकती है।
विटामिन की कमी भी है एक प्रमुख कारण
शरीर मेंविटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी भी इस समस्या को बढ़ा सकती है। विटामिन डी की कमी से रक्त प्रवाह और सूजन संबंधी प्रतिक्रियाएं प्रभावित होती हैं। विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया हो सकता है जो परिसंचरण को धीमा कर देता है। सर्दियों में धूप का सेवन विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत है। विटामिन बी12 के लिए आहार में डेयरी उत्पाद और अंडे शामिल करने चाहिए।
कुछ लोगों को यह समस्या अधिक होती है। जिनका रक्त परिसंचरण धीमा है या जो ठंड के प्रति अतिसंवेदनशील हैं। टाइट जूते पहनने या ठंडे फर्श पर चलने से भी स्थिति बिगड़ सकती है। ‘हेल्थलाइन’ जैसे स्वास्थ्य संसाधन बताते हैं कि नम ठंड के मौसम में यह समस्या विशेष रूप से सामने आती है। धूम्रपान करने वालों को भी यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है।
गुनगुने पानी से सिकाई दिलाएगी तुरंत आराम
सूजन कम करनेका सबसे तेज और आसान उपाय गुनगुने पानी का है। एक टब में हल्का गर्म पानी लें। इसमें पैरों को करीब 10 से 15 मिनट तक डुबो कर रखें। पानी में सेंधा नमक मिला सकते हैं। इससे रक्त वाहिकाएं फैलती हैं और रक्त प्रवाह में सुधार होता है। दर्द और अकड़न में भी तुरंत राहत मिलती है। प्रक्रिया के बाद पैरों को साफ तौलिए से अच्छी तरह पोंछ लें।
सरसों के तेल से मालिश भी एक कारगर घरेलू इलाज है। सरसों का तेल हल्का गर्म करें। इस गुनगुने तेल से सूजी हुई उंगलियों और पैरों की मालिश करें। मालिश हल्के हाथों से और गोलाकार गति में करें। सरसों का तेल प्राकृतिक रूप से गर्म होता है और सूजन कम करने में मदद करता है। यह त्वचा को पोषण भी देता है।
अजवाइन और हल्दी के सेंक से मिलेगा फायदा
अजवाइन कासेंक भी प्रभावी है। एक सूखी कढ़ाई में अजवाइन को हल्का गर्म कर लें। गर्म अजवाइन को साफ कपड़े में बांधकर एक पोटली बना लें। इस पोटली से सूजन वाले स्थान पर हल्का सेंक दें। अजवाइन की गर्मी सूजन और दर्द को कम करेगी। यह एक पारंपरिक और सुरक्षित तरीका है।
हल्दी अपने सूजनरोधी गुणों के लिए जानी जाती है। हल्दी में थोड़ा पानी या सरसों का तेल मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को सूजन वाली उंगलियों पर लगाएं। 15 से 20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है जो सूजन कम करने में सहायक है।
सर्दियों में बचाव के लिए अपनाएं ये जरूरी उपाय
पैरोंको गर्म और सूखा रखना सबसे जरूरी है। ऊनी मोजे और आरामदायक जूते पहनें। पैरों को नमी से बचाएं। लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे या खड़े न रहें। नियमित रूप से पैरों की हल्की कसरत करें। उंगलियों और टखनों को घुमाने जैसे सरल व्यायाम रक्त प्रवाह बनाए रखते हैं। शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए गर्म तासीर वाले पेय पदार्थ पिएं।
यदि सूजन लगातार बनी रहती है या तेज दर्द होता है तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। कभी-कभी यह लक्षण अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत भी हो सकता है। ‘नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट’ के मुताबिक परिसंचरण संबंधी समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। सर्दियों में संतुलित आहार और पर्याप्त पानी पीना भी महत्वपूर्ण है।
