Food News: सर्दियों के मौसम में गरमागरम मिठाई की चाहत बढ़ जाती है। ऐसे में बेसन और गुड़ से बना हलवा एक परफेक्ट विकल्प है। यह रेसिपी बनाने में बेहद सरल है और स्वाद में लाजवाब है। कम सामग्री में तैयार होने वाला यह हलवा पूरे परिवार को पसंद आता है। यह न केवल स्वादिष्ट है बल्कि सर्दी में शरीर को गर्मी भी देता है।
इस हलवे को बनाने के लिए मुख्य सामग्री बेसन, गुड़ और घी है। एक कप बेसन, आधा कप घी और आधा कप कद्दूकस किया गुड़ जरूरी है। तरल पदार्थों में आधा कप दूध और आधा कप पानी का उपयोग होता है। स्वाद के लिए इलायची पाउडर और सजावट के लिए कटे बादाम-काजू डाले जाते हैं।
हलवा बनाने की स्टेप बाय स्टेप विधि
सबसेपहले एक कड़ाही में एक चम्मच घी गरम करें। इसमें बारीक कटे काजू और बादाम डालकर हल्का भून लें। भुने मेवे निकालकर अलग रख दें। अब एक अलग बर्तन में कद्दूकस किया गुड़ और पानी डालें। इस मिश्रण को गर्म करके गुड़ को पूरी तरह घुलने दें।
गुड़ का घोल तैयार होने के बाद उसे छान लें। इससे किसी भी अशुद्धि को अलग किया जा सकता है। अब एक भारी तले की कड़ाही में बचा हुआ घी गरम करें। घी पिघलने के बाद उसमें बेसन डाल दें। बेसन को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें।
बेसन को तब तक भूनें जब तक उसका रंग सुनहरा भूरा न हो जाए। बेसन से सुगंध आने लगे तो समझ जाएं कि भूनना पूरा हुआ। अब इसमें धीरे-धीरे दूध डालें। दूध डालते समय मिश्रण को तेजी से चलाएं। इससे गुठली नहीं बनेगी।
गाढ़ा होने तक पकाएं मिश्रण
दूध मिलानेके बाद मिश्रण को गाढ़ा होने दें। फिर इसमें छना हुआ गुड़ का घोल डालें। मिश्रण को लगातार चलाते रहें। अब इसमें इलायची पाउडर डालकर मिला दें। हलवे को तब तक पकाएं जब तक वह गाढ़ा न हो जाए और घी अलग छोड़ने लगे।
हलवा गाढ़ा होने पर उसमें भुने हुए मेवे मिला दें। सभी चीजों को अच्छी तरह मिलाकर दो मिनट और पकाएं। गैस बंद करके हलवे को कुछ देर ठंडा होने दें। गरमागरम हलवा परोसने के लिए तैयार है। इसे किसी भी त्योहार या विशेष अवसर पर बनाया जा सकता है।
यह हलवा न केवल स्वाद में बेहतरीन है बल्कि पौष्टिक भी है। गुड़ आयरन का अच्छा स्रोत है और बेसन प्रोटीन से भरपूर है। सर्दियों में इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। यह शरीर में गर्मी बनाए रखने में मदद करता है। ऊर्जा प्रदान करने वाला यह हलवा बच्चों के लिए भी उत्तम है।
इस रेसिपी में कुछ बदलाव भी किए जा सकते हैं। गुड़ की जगह चीनी का भी उपयोग किया जा सकता है। मेवों में पिस्ता या किशमिश भी मिलाई जा सकती है। स्वाद के लिए थोड़ा केसर भी डाला जा सकता है। दूध की जगह मेवों का दूध इस्तेमाल कर सकते हैं।
बेसन को हमेशा धीमी आंच पर भूनना चाहिए। तेज आंच पर भूनने से बेसन जल सकता है। बेसन भूनते समय लगातार चलाते रहना जरूरी है। घी पर्याप्त मात्रा में डालें तो हलवा स्वादिष्ट बनेगा। हलवा पकाते समय धैर्य बनाए रखना सफलता की कुंजी है।
यह डिश विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में लोकप्रिय है। माघ महीने में इसका महत्व और बढ़ जाता है। कई परिवारों में यह पारंपरिक व्यंजन है। इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता। कुल मिलाकर यह एक संपूर्ण और संतोषजनक मीठा व्यंजन है।
