Uttar Pradesh News: शाहजहांपुर में पुलिस दबिश के दौरान 55 वर्षीय सत्यभान की छत से गिरने से संदिग्ध मौत हो गई। परिवार का दावा है कि मरने से पहले सत्यभान ने एक दरोगा पर धक्का देने का आरोप लगाया। इस घटना ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले में जांच शुरू कर दी गई है। मृतक बहुजन समाज पार्टी का स्थानीय नेता बताया जा रहा है। यह घटना थाना तिलहर क्षेत्र के निजाम गंज गोटिया इलाके में हुई।
पुलिस दबिश का पूरा घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार यहां के एक युवक अभिषेक पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज था। देर रात पुलिस टीम अभिषेक को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया। इसी दौरान आरोपी के पिता सत्यभान की छत से गिरने से मौत हो गई।
परिवार वालों ने पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना है कि पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया। इस पुलिस एनकाउंटर के दौरान हुई घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। स्थानीय लोग घटनास्थल पर जमा हो गए।
मौत से पहले दिया गया बयान
परिवार का दावा है कि मरने से पहले सत्यभान ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि दरोगा राहुल सिसौदिया ने उन्हें छत से धक्का दे दिया। इस धक्के से उनकी कमर टूट गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
आरोप है कि घटना के बाद पुलिस मौके से चली गई। परिवार ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने इस मामले में दरोगा राहुल सिसौदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
बसपा नेताओं ने उठाए सवाल
बसपा के जिलाध्यक्ष उदयवीर सिंह ने इस मामले में बयान दिया। उन्होंने बताया कि परिवार ने उन्हें पूरी जानकारी दी। परिवार के अनुसार पुलिस ने घर में घुसकर सत्यभान से मारपीट की। छत पर चढ़कर दरवाजा तोड़ा और धक्का मारा।
उदयवीर सिंह ने पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि सत्यभान बसपा के कार्यकर्ता थे। वह कटरा से जोन प्रभारी के पद पर थे। उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने इस संवेदनशील मामले में त्वरित कार्रवाई की। दरोगा राहुल सिसौदिया और एक अन्य साथी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उच्च स्तरीय जांच टीम गठित की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को स्वीकार किया। उन्होंने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इस न्यूज ने पुलिस विभाग में खलबली मचा दी है। विभाग के अधिकारी संवेदनशील तरीके से मामला संभाल रहे हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासी इस घटना से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि पुलिस दबिश के दौरान नियमों का पालन होना चाहिए। लोगों ने मृतक के परिवार के साथ एकजुटता दिखाई। उन्होंने त्वरित न्याय की मांग की।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया। उन्होंने मानवाधिकार आयोग से जांच की मांग की। राजनीतिक दलों ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। सभी ने पारदर्शी जांच की मांग की है।
