Solan News: हिमाचल प्रदेश की शीर्ष शतरंज खिलाड़ी सूर्यांशी शर्मा ने राज्य शतरंज चैंपियनशिप में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। उन्होंने सोलन के कला केंद्र में आयोजित अंडर-19 फाइड रेटेड प्रतियोगिता में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सूर्यांशी ने आठ राउंड में से सात अंक अर्जित कर निर्णायक जीत दर्ज की। यह उनकी अंडर-19 चैंपियनशिप में तीसरी जीत है।
प्रतियोगिता का विवरण
हिमाचल प्रदेश राज्य शतरंज एसोसिएशन द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता पांच से सात अक्टूबर तक चली। सूर्यांशी ने इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में अपना दबदबा कायम रखा। उन्होंने 1699 फाइड रेटिंग अंकों के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया। इस जीत के साथ वह आगामी राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। उनके पास अब तीन महिला शतरंज चैंपियनशिप खिताब हैं।
शानदार करियर का सफर
सूर्यांशी ने हिमाचल प्रदेश की सभी श्रेणियों की राज्य चैंपियनशिप जीतकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की है। वह हिमाचल प्रदेश की शीर्ष रेटेड महिला खिलाड़ी हैं। उनके पिता अमित शर्मा के अनुसार सूर्यांशी ने चार बार सीनियर महिला राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है। दो बार जूनियर राष्ट्रीय और सात से अधिक बार अन्य राष्ट्रीय श्रेणी की प्रतियोगिताओं में भी वह हिमाचल की ओर से खेल चुकी हैं।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन
सूर्यांशी वर्ष 2023 में जूनियर एशियाई शतरंज चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुकी थीं। परीक्षा के कारण वह इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकीं। उन्होंने मात्र 13 वर्ष की आयु में हिमाचल प्रदेश की प्रतिष्ठित सीनियर ओपन शतरंज चैंपियनशिप जीतकर रिकॉर्ड बनाया था। इस उपलब्धि ने उनके शतरंज करियर को नई दिशा दी। तब से वह लगातार सफलता की नई इबारत लिख रही हैं।
प्रशिक्षण और सहयोग
सूर्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय कोच पंकज वर्मा को दिया है। कोच वर्मा ने ही उन्हें 13 साल की उम्र में तराशना शुरू किया था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य शतरंज एसोसिएशन और सिरमौर शतरंज एसोसिएशन के सहयोग की भी सराहना की। विशेष रूप से महासचिव संजीव ठाकुर और राज्य कोषाध्यक्ष आशीष ठाकुर के मार्गदर्शन को उन्होंने उपयोगी बताया। इस सहयोग ने उनके सफर को आसान बनाया।
शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
सूर्यांशी शर्मा वर्तमान में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में अध्ययनरत हैं। वह जिला सिरमौर के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के वासनी गांव की निवासी हैं। उनके माता-पिता नाहन में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। परिवार का पूरा सहयोग उनकी सफलता की नींव बना है। शिक्षा और खेल के बीच संतुलन बनाकर उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
भविष्य की योजनाएं
इस जीत के बाद सूर्यांशी का अगला लक्ष्य राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप है। वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन करना चाहती हैं। उनकी सफलता प्रदेश के युवा शतरंज खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। वह शतरंज को हिमाचल प्रदेश में और अधिक लोकप्रिय बनाना चाहती हैं। उनका मानना है कि नियमित अभ्यास और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
