Shimla News: शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने प्रदेश सरकार पर बागवानों को सहायता देने में विफल रहने का आरोप लगाया। नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि खेतों में करोड़ों रुपये का सेब सड़ रहा है। किसानों की नगदी फसल को भारी नुकसान हुआ है।
सांसद ने कहा कि सरकार को जिस गति से काम करना चाहिए था, वह नहीं हो रहा। मंत्री और मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी कर रहे हैं। एचपीएमसी फैक्ट्री के बाहर हजारों टन सेब गाड़ियों में ही खराब हो रहा है। भारी बारिश ने ग्रामीण सड़कों की हालत बदतर कर दी है।
केंद्र सरकार ने दी है 5145 करोड़ की सहायता
सांसद कश्यप ने बताया कि प्रधानमंत्री ने स्वयं हिमाचल का जायजा लिया था। केंद्र सरकार ने 1500 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की है। 2023 से अब तक कुल 5145 करोड़ रुपये की सहायता दी जा चुकी है। इसके अलावा 1 लाख पीएम आवास और सुरक्षा बलों की मदद भी प्रदान की गई।
बादल फटने पर शोध संस्थान खोलेगी केंद्र सरकार
कश्यप ने घोषणा की कि केंद्र सरकार हिमालयी राज्यों में शोध संस्थान खोलने जा रही है। यह संस्थान बादल फटने की घटनाओं का पता लगाएगा और बचाव के उपाय सुझाएगा। इसमें देश के विशेषज्ञ वैज्ञानिक कार्य करेंगे। इस योजना से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को लाभ होगा।
सांसद ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का आभार जताया। उन्होंने हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और असम की सहायता की सराहना की। कश्यप ने जोर देकर कहा कि राहत राशि का सीधा लाभ पीड़ित परिवारों तक पहुंना चाहिए।
