Tamil Nadu News: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अमूल बनाम नंदिनी ब्रांड के दूध को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। अब ऐसा ही मामला तमिलनाडु में सामने आया है। राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने होम मिनिस्टर अमित शाह को खत लिखकर मांग की है कि अमूल को तमिलनाडु में दूध की खरीद करने से रोका जाए। एमके स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में सहकारी दुग्ध कंपनी आविन का क्षेत्र है और यहां अमूल की ओर से बड़े पैमाने पर दूध की खरीद करना सही नहीं है। स्टालिन ने कहा कि आनंद मिल्क यूनियन यानी अमूल को तमिलनाडु में एंट्री करने से रोकना होगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर राज्य की सहकारी संस्था आविन का नुकसान होगा, जो राज्य में 1981 से काम कर रही है।
स्टालिन ने अमित शाह को लिखे खत में कहा, ‘अब तक अमूल की तरफ से अपने उत्पादों को आउटलेट्स के जरिए सिर्फ बेचा जा रहा था। लेकिन हाल ही में हमें पता चला है कि अमूल की ही एक सहायक संस्था कैरा डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स ने कृष्णागिरी जिले में प्रोसेसिंग प्लांट बनाया है। इसके लिए बड़े पैमाने पर रानीपेट, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, वेल्लोर जैसे इलाकों से दूध की खरीद की जा रही है।’ स्टालिन ने कहा कि भारत में यह नियम जैसा रहा है कि एक-दूसरे के क्षेत्र में दखल दिए बिना सहकारी समितियां काम करें। यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर यह ऑपरेशन वाइट फ्लड की भावना के खिलाफ है, जिसकी शुरुआत दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए हुई थी।
एमके स्टालिन ने कहा कि इससे समस्याएं बढ़ जाएंगी। यहां तक कि देश में दूध की कमी के हालात भी हो सकते हैं। स्टालिन ने कहा कि अमूल का नया कदम आविन मिल्क शेड एरिया का उल्लंघन करता है। दशकों के प्रयासों के बाद राज्य में आविन की यह स्थिति है और यदि अमूल ने नियमों का उल्लंघन कर खरीद जारी रखी तो ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अमूल की ओर से दूध की खरीद करने से गैर-जरूरी कम्पीटिशन के हालात पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय सहकारी संस्थाएं देश के सभी राज्यों में डेयरी विकास के लिए अहम रही हैं। इसलिए यह जरूरी है कि सभी अपने क्षेत्रों में पूरी क्षमता के साथ काम करें। उन्होंने अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि आप अमूल को आदेश दें कि वह तत्काल तमिलनाडु में दूध की खरीद करना बंद कर दे।