New Delhi News: रिटायरमेंट केवल नौकरी छोड़ना नहीं है। यह जीवन की नई शुरुआत है। कई लोग जवानी में कमाया पैसा बुढ़ापे में गंवा देते हैं। अगर आप शेयर बाजार और प्रॉपर्टी के फैसलों में बिना सोचे फंस गए, तो जमा पूंजी खत्म हो जाएगी। एक सुकून भरी जिंदगी के लिए आपको इन चार बड़ी गलतियों से बचना चाहिए।
प्रॉपर्टी में सारा पैसा फंसाना
रिटायरमेंट फंड मिलते ही कई लोग घर या जमीन खरीद लेते हैं। यह एक बड़ा जोखिम भरा फैसला है। मुसीबत के समय प्रॉपर्टी को जल्दी बेचना बहुत मुश्किल होता है। इसके रख-रखाव में भी काफी पैसा खर्च होता है। इससे आपकी नगदी खत्म हो सकती है और बचत पर बोझ बढ़ता है।
शेयर बाजार से पूरी तरह दूरी बनाना
अक्सर लोग बुढ़ापे में शेयर बाजार से डरने लगते हैं। वे अपना सारा पैसा वहां से निकाल लेते हैं। जानकारों के मुताबिक, यह तरीका सही नहीं है। आपको अपनी बचत का 10 से 15 फीसदी हिस्सा शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए। इससे आपकी जमा पूंजी महंगाई को मात दे सकेगी और बढ़ती रहेगी। बाकी पैसा आप एफडी (FD) जैसे सुरक्षित विकल्पों में डाल सकते हैं।
बीमारी के खर्च को भूलना
बुढ़ापे में इलाज का खर्च सबसे ज्यादा होता है। लोग मेडिकल खर्चों के लिए अलग से पैसे नहीं रखते। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है। एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस जरूर खरीदें। इसके अलावा बैंक में कुछ नगद राशि हमेशा अलग रखें। अचानक अस्पताल जाने की जरूरत पड़ने पर यह पैसा काम आएगा।
बजट का कोई प्लान न होना
बिना योजना के पैसा खर्च करना सबसे बड़ी गलती है। कई लोग रिटायरमेंट के शुरुआती सालों में ही ज्यादा पैसा उड़ा देते हैं। इससे बाद के सालों में आर्थिक तंगी हो जाती है। अपने खर्चों का एक मजबूत और लिखित प्लान बनाएं। इससे आपके जीवन में वित्तीय स्थिरता बनी रहेगी।
