Mumbai News: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी का दौर जारी रहा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक एक सौ पच्चीस अंकों की बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स बयासी हज़ार पांच सौ छह के स्तर पर पहुंच गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का पचास शेयरों वाला निफ्टी सूचकांक सैंतीस अंकों की वृद्धि के साथ खुला। निफ्टी पच्चीस हज़ार दो सौ छिहत्तर के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह तेजी वैश्विक बाजारों में गिरावट के बावजूद देखने को मिल रही है।
मंगलवार के मजबूत प्रदर्शन का असर
मंगलवार को सेंसेक्स शून्य दशमलव तिहत्तर प्रतिशत चढ़कर बयासी हज़ार तीन सौ अस्सी अंक पर पहुंच गया था। निफ्टी भी शून्य दशमलव अड़सठ प्रतिशत की बढ़त के साथ पच्चीस हज़ार दो सौ उनतालीस अंक पर बंद हुआ था। यह बढ़त भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की संभावना से प्रेरित थी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने भी बाजार को समर्थन दिया। निवेशकों में सकारात्मक भावना बनी हुई है। घरेलू बाजार लगातार मजबूत प्रदर्शन कर रहे हैं।
वैश्विक बाजारों की स्थिति
अमेरिकी फेड की बैठक से पहले एशियाई बाजारों में सतर्कता देखी गई। जापान के निक्केई और टॉपिक्स सूचकांक लाल निशान में रहे। दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक भी गिरावट के साथ बंद हुआ। अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को नीचे बंद हुए थे।
जापान का निक्केई सूचकांक शून्य दशमलव पैंतालीस प्रतिशत गिर गया। टॉपिक्स सूचकांक शून्य दशमलव पैंसठ प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। दक्षिण कोरिया का कोस्पी शून्य दशमलव अस्सी प्रतिशत नीचे रहा।
सोने की कीमतों में उछाल
सोने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। सोना पहली बार तीन हज़ार सात सौ डॉलर प्रति औंस के स्तर से ऊपर पहुंच गया। हाजिर सोने की कीमत शून्य दशमलव छत्तीस प्रतिशत बढ़कर तीन हज़ार छह सौ बानवे डॉलर प्रति औंस हो गई।
यह वृद्धि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच सुरक्षित निवेश की ओर रुझान को दर्शाती है। निवेशक अशांत समय में सोने को सुरक्षित संपत्ति मानते हैं। कीमतों में और वृद्धि की संभावना बनी हुई है।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता
भारत और अमेरिका के बीच हुई व्यापार वार्ता को सकारात्मक बताया गया है। दोनों देशों ने जल्द ही लाभप्रद व्यापार समझौते पर पहुंचने का निर्णय लिया है। इससे द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में मजबूती आने की उम्मीद है।
व्यापार समझौते की संभावना ने बाजार सेंटीमेंट को बढ़ावा दिया है। निवेशकों को उम्मीद है कि इससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी। व्यापार बढ़ने से कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि हो सकती है।
अमेरिकी आर्थिक आंकड़े
अमेरिकी खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन में अगस्त माह में उम्मीद से अधिक वृद्धि हुई। यह आर्थिक सुधार का संकेत देता है। हालांकि जापान के निर्यात में लगातार चौथे महीने गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी डॉलर कई प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोर हुआ है। मुद्रा बाजारों में उतार-चढ़ाव जारी है। निवेशक फेड की बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।
