शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

शेयर मार्केट: AI बबल के डर के बीच भारत बना उम्मीद की किरण, CLSA ने 2026 के लिए दी बड़ी खुशखबरी

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Business News: ग्लोबल मार्केट में AI बबल का डर बढ़ता जा रहा है। विदेशी निवेशक इस तेजी के टूटने से घबरा रहे हैं। इस बीच CLSA ने भारतीय बाजार पर भरोसा जताया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत का शेयर मार्केट स्थिर और सुरक्षित है। यहाँ बाजार बाकी देशों की तरह ‘ओवरहीटेड’ नहीं है। विदेशी निवेशकों के लिए भारत अब एक भरोसेमंद विकल्प बन चुका है।

AI बबल और भारत की स्थिति

दुनिया भर में AI कंपनियों के शेयरों में भारी उछाल आया है। इसे विशेषज्ञों ने एक गुब्बारे (बबल) जैसा माहौल बताया है। निवेशकों को डर है कि यह गुब्बारा कभी भी फूट सकता है। CLSA का कहना है कि ऐसे समय में भारत की अहमियत बढ़ गई है। भारत का बाजार वास्तविक आर्थिक आंकड़ों पर चल रहा है। यहाँ स्थिरता है और जोखिम कम है।

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14 महीने में तैयार हुआ मजबूत आधार

भारतीय बाजार पिछले 14 महीनों में एक बड़े बदलाव के दौर से गुजरा है। इस ‘एडजस्टमेंट’ ने बाजार की नींव को और पक्का कर दिया है। इस दौरान जीडीपी ग्रोथ के आंकड़े सही स्तर पर आए हैं। कंपनियों की कमाई को लेकर बाजार अब ज्यादा व्यावहारिक हो गया है। रुपये की कमजोरी को भी शेयर मार्केट ने अपने तरीके से संतुलित कर लिया है। अब 2026 की रैली के लिए एक मजबूत बेस तैयार है।

विदेशी बिकवाली पर भारी पड़े घरेलू निवेशक

रिपोर्ट में घरेलू निवेशकों की ताकत को सराहा गया है। पिछले कुछ महीनों में विदेशी निवेशकों (FII) ने भारी मात्रा में पैसा निकाला। इसके बावजूद भारतीय बाजार नहीं टूटा। इसका मुख्य कारण घरेलू निवेशक और SIP हैं। घरेलू निवेश ने बाजार को गिरने से बचाया है। यह साबित करता है कि भारत अब केवल विदेशी पैसों पर निर्भर नहीं है।

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2026 में बड़े निवेश की उम्मीद

एक समय भारत का बाजार महंगा माना जाता था। अब वैल्यूएशन काफी आकर्षक हो गए हैं। CLSA की रिपोर्ट में 2026 को लेकर बड़ा दावा किया गया है। अगले साल विदेशी निवेशक भारत में दोबारा बड़ी खरीदारी कर सकते हैं। वे ऐसे शेयर मार्केट की तलाश में हैं जहां जोखिम कम हो। भारत इन सभी पैमानों पर खरा उतरता है। ग्लोबल फंड का बड़ा हिस्सा भारत की ओर आ सकता है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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