Mumbai News: भारतीय शेयर बाजार के नियामक सेबी ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है। सेबी ने जाने-माने फाइनेंशियल इन्फ्लूएंसर अवधूत साठे और उनकी कंपनी पर कड़ा एक्शन लिया है। नियामक ने साठे और उनकी ट्रेडिंग एकेडमी को शेयर बाजार तक पहुंच बनाने से पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा, सेबी ने गैरकानूनी तरीके से कमाए गए 601.37 करोड़ रुपये ब्याज सहित लौटाने का सख्त आदेश जारी किया है।
ब्याज सहित पैसा लौटाने का फरमान
सेबी ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि यह भारी-भरकम राशि वापस करनी होगी। साठे ने यह पैसा 3.37 लाख से अधिक निवेशकों से इकट्ठा किया था। जांच में पाया गया कि साठे और उनकी एकेडमी बिना किसी रजिस्ट्रेशन के शेयर बाजार में निवेश की सलाह दे रहे थे। नियम के अनुसार, ऐसी सलाह देने के लिए सेबी के पास पंजीकृत होना अनिवार्य है।
‘शिक्षा’ की आड़ में चल रहा था धंधा
अवधूत साठे अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए लोगों को शेयर बाजार के टिप्स बांट रहे थे। सेबी के 125 पन्नों के विस्तृत आदेश के मुताबिक, साठे ही इस पूरी योजना के मुख्य सूत्रधार थे। वे ‘शिक्षा’ के नाम पर छात्रों को विशेष शेयरों में ट्रेडिंग के लिए प्रोत्साहित करते थे। वे पैसे लेकर खरीदने और बेचने की सिफारिशें करते थे। सेबी ने पाया कि जमा किया गया पैसा साठे और उनकी कंपनी के निजी खातों में जा रहा था।
निवेशकों को किया गया गुमराह
सेबी की जांच में सामने आया है कि साठे और उनकी कंपनी निवेशकों को लगातार गलत जानकारी दे रहे थे। वे बिना उचित लाइसेंस के लोगों को शेयर बाजार में लेनदेन के लिए राजी कर लेते थे। नियामक ने जुलाई 2017 से अक्टूबर 2025 तक इनकी गतिविधियों की गहराई से जांच की। जांच में पता चला कि वे केवल सफल ट्रेड्स का प्रचार करते थे। वे दावा करते थे कि उनके छात्र लगातार मोटा मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे नए निवेशक जाल में फंस जाते थे।
सेबी ने लगाईं ये सख्त पाबंदियां
आम निवेशकों की सुरक्षा के लिए सेबी ने तत्काल प्रभाव से कई रोक लगा दी हैं।
- साठे और उनकी अकादमी अब कोई भी निवेश सलाह या रिसर्च सर्विस नहीं दे सकेंगे।
- वे अपने छात्रों के पुराने मुनाफे या प्रदर्शन का विज्ञापन नहीं कर सकते।
- शिक्षण के उद्देश्य से भी वे शेयर बाजार के लाइव डेटा का उपयोग नहीं करेंगे।
सेबी ने कहा कि जनता को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी। इससे साठे अब और फीस इकट्ठा नहीं कर पाएंगे।
