Himachal News: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी इनक्यूबेशन सेंटर से जुड़े स्टार्टअप टेस्ट एंड हील ने राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल की है। स्टार्टअप को मशरूम अनुसंधान केंद्र सोलन में आयोजित राष्ट्रीय मशरूम मेला 2025 के दौरान आईसीएआर-राष्ट्रीय प्रगतिशील किसान पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार मशरूम आधारित उत्पादों के लिए दिया गया है।
यह मान्यता स्टार्टअप द्वारा विकसित पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम उत्पादों के लिए मिली है। टेस्ट एंड हील ने मशरूम से बनी खाद्य वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला तैयार की है। इन उत्पादों से स्थायी स्वास्थ्य लाभ और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा मिल रहा है। विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर ने इस स्टार्टअप को महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया है।
स्टार्टअप की विशेष उपलब्धि
टेस्ट एंड हील स्टार्टअप कार्यात्मक खाद्य पदार्थों के विकास पर केंद्रित है। यह स्वाद को चिकित्सीय गुणों के साथ जोड़ने का काम कर रहा है। आईसीएआर की यह पहचान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर की सफलता को दर्शाती है। केंद्र जैव-प्रौद्योगिकी आधारित स्टार्टअ्प्स को बढ़ावा दे रहा है।
यह सफलता प्रदेश के युवाओं की उद्यमशील क्षमता को उजागर करती है। साथ ही यह हिमालयी जैव संसाधनों के सतत उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। एक मजबूत जैव-उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में यह स्टार्टअ्प मददगार साबित हो रहा है। इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को नई दिशा मिल रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर महावीर सिंह ने स्टार्टअ्प संस्थापक मोहित शर्मा को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी। बीआईसी-एचपीयू के प्रभारी डॉक्टर रविकांत भाटिया ने भी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि इनक्यूबेशन सेंद्र उन युवा उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो जैव प्रौद्योगिकी और कृषि नवाचार में योगदान दे रहे हैं।
यह पुरस्कार कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करता है। टेस्ट एंड हील की सफलता से अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी। इससे राज्य में उद्यमशीलता की नई संस्कृति विकसित हो रही है। विश्वविद्यालय नवाचार और तकनीकी विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
