Sri Lanka News: श्रीलंका में चक्रवात ‘दितवा’ ने भारी तबाही मचाई है. यहां फंसे लोगों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ शुरू किया है. वायुसेना ने अब तक 400 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. इस मुश्किल वक्त में भारत अपने पड़ोसी देश के साथ मजबूती से खड़ा है. राहत और बचाव का काम युद्धस्तर पर जारी है.
कोलंबो से त्रिवेंद्रम के लिए विशेष उड़ानें
वायुसेना ने बचाव कार्य के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-130 और आईएल-76 लगातार उड़ान भर रहे हैं. ये विमान कोलंबो के भंडारनायके एयरपोर्ट से त्रिवेंद्रम के बीच शटल फ्लाइट चला रहे हैं. इसके अलावा एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं. ये हेलीकॉप्टर श्रीलंका में भूस्खलन में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. कोटमाले क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर राहत अभियान चलाया जा रहा है.
विदेशी नागरिकों को भी मिली सुरक्षा
तूफान के कारण कई इलाके सड़क संपर्क से पूरी तरह कट गए हैं. खराब मौसम के बावजूद वायुसेना ने रविवार को 45 लोगों को एयरलिफ्ट किया. इनमें 6 लोग गंभीर रूप से घायल थे. बचाए गए लोगों में 12 भारतीय नागरिक और 4 शिशु शामिल हैं. भारत ने केवल अपने नागरिकों को ही नहीं, बल्कि जर्मनी, यूके और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों के 30 से अधिक विदेशी नागरिकों को भी सुरक्षित कोलंबो पहुंचाया है.
भीष्म क्यूब्स अस्पताल और राहत सामग्री
प्रभावित लोगों के इलाज के लिए ‘आरोग्य मैत्री’ पोर्टेबल अस्पताल भीष्म क्यूब्स भेजे गए हैं. इसके साथ ही दवाइयां और जरूरी राहत सामग्री भी हवाई मार्ग से पहुंचाई जा रही है. एनडीआरएफ की टीमें भी लगातार मदद में जुटी हैं. वायुसेना ने श्रीलंका सेना के 57 जवानों को भी प्रभावित क्षेत्र से एयरलिफ्ट किया है. इससे जमीनी राहत कार्यों और रास्ता साफ़ करने के अभियान में तेजी आई है.
फ्लाइट्स कैंसिल, अभी भी फंसे हैं लोग
चक्रवात की वजह से श्रीलंका से आने-जाने वाली कई फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं. एक अनुमान के मुताबिक वहां घूमने गए करीब 400 और लोग अभी भी फंसे हुए हैं. लोगों की सुरक्षा को देखते हुए वायुसेना आज भी अपना अभियान जारी रखे हुए है. भारतीय वायुसेना आपदा के इस समय में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
