New Delhi News: कांग्रेस पार्टी के भीतर सियासी हलचल अचानक तेज हो गई है। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने Sonia Gandhi से गुप्त मुलाकात की है। बिना किसी आधिकारिक घोषणा के हुई इस बैठक ने राजनीतिक गलियारों में अटकलें बढ़ा दी हैं। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुई है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कांग्रेस नेतृत्व पर तीखे हमले किए हैं। शाह ने Sonia Gandhi की नागरिकता और वोटर लिस्ट से जुड़े मुद्दों पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
नागरिकता मुद्दे पर कानूनी सलाह?
संसद में अमित शाह के बयानों के बाद कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। शाह के सवालों के बाद विपक्ष को सदन से वॉकआउट करना पड़ा। माना जा रहा है कि नागरिकता विवाद पर कांग्रेस कानूनी दांव-पेच में फंस सकती है। ऐसे में Sonia Gandhi को एक मजबूत कानूनी सलाहकार की जरूरत है। कपिल सिब्बल देश के माने हुए वकील हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, यह मुलाकात इसी कानूनी संकट से निपटने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
पुराने गिले-शिकवे हुए दूर?
साल 2021 में कपिल सिब्बल और गांधी परिवार के रिश्तों में खटास आ गई थी। सिब्बल ने जी-23 समूह के जरिए Sonia Gandhi और राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। उस वक्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिब्बल के घर के बाहर प्रदर्शन और तोड़फोड़ की थी। इसके बाद सिब्बल ने कांग्रेस छोड़ दी थी और सपा के समर्थन से राज्यसभा पहुंचे थे। इतने तल्ख रिश्तों के बाद अब Sonia Gandhi से उनकी मुलाकात किसी बड़े राजनीतिक बदलाव का संकेत दे रही है।
पार्टी में अंदरूनी कलह जारी
कांग्रेस सिर्फ बाहरी हमलों से ही नहीं, बल्कि अंदरूनी कलह से भी जूझ रही है। राहुल गांधी की कार्यशैली को लेकर पार्टी के भीतर असंतोष है। शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे नेता पार्टी लाइन से अलग दिख रहे हैं। वहीं, प्रियंका गांधी के समर्थकों को साइडलाइन करने के आरोप भी लग रहे हैं। Sonia Gandhi की सिब्बल से मुलाकात को संगठन में बड़े बदलावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। अगर कांग्रेस ने जल्द ही इन चुनौतियों का हल नहीं निकाला, तो 2027 से पहले पार्टी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
