International News: सोमालिया तट के पास समुद्री डाकुओं ने एक जहाज पर भारी हमला किया है। डाकुओं ने मशीनगनों और राकेट चालित ग्रेनेड का इस्तेमाल किया। यह हमला भारत से दक्षिण अफ्रीका जा रहे माल्टा के झंडे वाले टैंकर पर हुआ। जहाज का चालक दल सुरक्षित कमरे में शरण लिए हुए है और सभी सुरक्षित हैं।
चालक दल के सभी 24 सदस्य सुरक्षित हैं। इनमें पांच सदस्य ग्रीक के और बाकी फिलिपिनो नागरिक हैं। जहाज प्रबंधन कंपनी लात्सको मरीन ने पुष्टि की कि सभी चालक दल सुरक्षित हैं। कंपनी उनके साथ निकट संपर्क में बनी हुई है।
अंतरराष्ट्रीय अलर्ट जारी
ब्रिटिश सेना के मैरीटाइम ट्रेड आपरेशंस सेंटर ने हमले को लेकर अलर्ट जारी किया है। उन्होंने क्षेत्र में मौजूद अन्य जहाजों को चेतावनी दी है। निजी सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने भी इस हमले की पुष्टि की है।
हमला किया गया जहाज हेलास एफ्रोडाइट से मिलता जुलता बताया जा रहा है। हमले के समय जहाज ने अपना रास्ता बदल दिया था और अपनी गति धीमी कर ली थी। जहाज के मालिकों और प्रबंधकों से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी है।
सोमाली डाकू बढ़ा रहे सक्रियता
निजी सुरक्षा फर्म एम्ब्रे का मानना है कि यह हमला सोमाली समुद्री डाकुओं ने किया है। हाल के दिनों में इस क्षेत्र में डाकू अधिक सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने हाल ही में एक ईरानी मछली पकड़ने वाली नाव को भी जब्त कर लिया था।
ईरान ने अपनी नाव के जब्त किए जाने की बात स्वीकार नहीं की है। डाकू इस्सामोहमादी नामक ईरानी नाव का इस्तेमाल अपने संचालन केंद्र के रूप में कर रहे हैं। इससे समुद्री सुरक्षा की चुनौती और बढ़ गई है।
चालक दल ने ली सुरक्षित कमरे में शरण
समुद्री सुरक्षा फर्म डायप्लस ग्रुप ने बताया कि जहाज में कोई सशस्त्र सुरक्षा दल नहीं था। हमले के दौरान सभी 24 नाविकों ने खुद को जहाज के सेफ चैंबर में बंद कर लिया। यही कदम उनकी सुरक्षा का कारण बना।
सेफ चैंबर एक विशेष सुरक्षित कमरा होता है। इसे बाहरी हमलों से सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन किया जाता है। चालक दल वहां से बाहरी दुनिया से संपर्क बनाए हुए है और उन्हें मदद का इंतजार है।
2024 के बाद सबसे बड़ा हमला
इस हमले को 2024 के बाद का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इससे पता चलता है कि सोमाली समुद्री डाकू फिर से सक्रिय हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्गों के लिए यह चिंता का विषय है।
समुद्री डाकू आमतौर पर छोटे तेज नावों का इस्तेमाल करते हैं। वे बड़े जहाजों पर चढ़कर उन पर कब्जा कर लेते हैं। फिर वे मोटी फिरौती की मांग करते हैं। इस हमले में उन्होंने सीधे गोलीबारी की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का इंतजार
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया का इंतजार है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठन समुद्री डकैती रोकथाम के लिए काम कर रहे हैं। कई देशों की नौसेनाएं इस क्षेत्र में गश्त करती हैं।
भारत से दक्षिण अफ्रीका का समुद्री मार्ग व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है। इस तरह के हमले अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए खतरा पैदा करते हैं। सभी देश मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढ रहे हैं।
