Himachal News: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक अजीबोगरीब एक्स-रे रिपोर्ट वायरल हो रही है। इस रिपोर्ट ने हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। वायरल तस्वीर में मरीज की छाती के अंदर एक कॉकरोच (तिलचट्टा) दिखाई दे रहा है। इस सोशल मीडिया पोस्ट के कारण आम जनता में भारी भ्रम फैल गया है। लोग अब सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे करवाने से डर रहे हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बनाई गई है।
सिंगापुर के पर्यटक की झूठी कहानी
वायरल पोस्ट में एक दिलचस्प लेकिन झूठी कहानी गढ़ी गई है। इसमें दावा किया गया है कि सिंगापुर से आए एक पर्यटक को सोलन में सीने में दर्द हुआ। वह इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचा। वहां उसने अपनी छाती का एक्स-रे करवाया। रिपोर्ट में डॉक्टर ने बताया कि उसके सीने में जिंदा कॉकरोच है। इसके बाद पर्यटक वापस सिंगापुर चला गया। वहां जांच में पता चला कि कॉकरोच छाती में नहीं, बल्कि अस्पताल की मशीन में था। यह पूरी कहानी सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई।
शिमला और बद्दी के नाम से भी वायरल
शुरुआत में यह पोस्ट सोलन अस्पताल के नाम से वायरल हुई थी। अब शरारती तत्व इसे एडिट कर रहे हैं। वे इसे शिमला और बद्दी के अस्पतालों का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। हकीकत में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है। मरीज डर के मारे सरकारी अस्पतालों की बजाय निजी क्लीनिकों का रुख कर रहे हैं। यह एआई (AI) के दुरुपयोग का एक गंभीर उदाहरण है।

चिकित्सा अधीक्षक ने बताई सच्चाई
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश पंवार ने इस मामले पर सफाई दी है। उन्होंने इसे पूरी तरह से सोशल मीडिया का दुष्प्रचार बताया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आधुनिक मशीनें लगी हैं। एक्स-रे के बाद पूरी जांच-परख की जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी भ्रामक पोस्ट को आगे फॉरवर्ड न करें। यह केवल एआई तकनीक से तैयार की गई एक फर्जी तस्वीर है।
