New Delhi News: केंद्र सरकार ने मोबाइल हैंडसेट में ‘संचार साथी ऐप’ को लेकर एक नया आदेश जारी किया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। दूरसंचार विभाग ने पहले मार्च 2026 से सभी नए फोन में इस ऐप को प्री-इंस्टॉल करना अनिवार्य बताया था। हालांकि, विवाद बढ़ने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह ऐप पूरी तरह से वैकल्पिक होगा।
सरकार ने प्राइवेसी पर दी सफाई
विपक्षी दलों ने इस आदेश को निजता के लिए खतरा बताया था। इसके जवाब में संचार मंत्री ने कहा कि विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है। यूजर अपनी मर्जी से इस ऐप को फोन में रख सकते हैं या हटा सकते हैं। इसे अनइंस्टॉल करने की सुविधा भी मिलेगी। सरकार का मकसद सुरक्षा बढ़ाना है, न कि किसी की जासूसी करना। लेकिन मंत्री के बयान से पहले ही इंटरनेट पर बहस छिड़ चुकी थी।
यूजर्स ने ली जमकर चुटकी
सफाई आने से पहले ही सोशल मीडिया यूजर्स ने इस मुद्दे पर मजेदार प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया था। लोगों ने प्राइवेसी को लेकर कई तरह के जोक्स शेयर किए। एक यूजर ने इसे ‘बिग ब्रदर’ की निगरानी बताया। वहीं, दूसरों ने लिखा कि अब प्राइवेसी को अलविदा कहने का वक्त आ गया है। इंटरनेट पर यह टॉपिक जबरदस्त ट्रेंड कर रहा है।
हंसी-मजाक में निकले लोगों के जज्बात
संचार साथी ऐप अनिवार्य होने की खबर पर लोगों ने खूब मजे लिए। कई क्रिएटिव मीम्स में दिखाया गया कि सरकार अब सब कुछ देखेगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ह्यूमर के जरिए लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया। भले ही सरकार ने अब स्थिति साफ कर दी है, लेकिन वायरल जोक्स का सिलसिला अभी भी जारी है। लोग इस गंभीर मुद्दे को हंसी के साथ जोड़कर देख रहे हैं।
