Health News: नाभि शरीर का केंद्र बिंदु मानी जाती है, लेकिन इसकी सफाई पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता। इस उपेक्षा के कारण यह बैक्टीरिया और संक्रमण का केंद्र बन सकती है। नतीजतन, इसमें गीलापन, चिपचिपाहट, तेज बदबू और जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यह स्थिति यीस्ट इंफेक्शन का कारण भी बन सकती है। ऐसे में नाभि की उचित सफाई और देखभाल कैसे करें, यह जानना बेहद जरूरी है।
नाभि की सफाई के लिए महंगे उत्पादों की आवश्यकता नहीं है। आप साधारण साबुन और पानी से भी इसे प्रभावी ढंग से साफ कर सकते हैं। इसके लिए हल्के और बिना खुशबू वाले साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए। एक वॉशक्लॉथ या साफ सूती कपड़े पर साबुन लगाकर झाग बना लें और नहाते समय इससे नाभि को हल्के हाथों से साफ करें।
सफाई के बाद बहते हुए साफ पानी से नाभि को अच्छी तरह धो लेना चाहिए। फिर किसी सूती कपड़े या रूई के फाहे से नाभि के अंदर और आसपास के हिस्से को पोंछकर सुखा दें। यह सुनिश्चित करें कि नाभि पूरी तरह से सूख गई हो, क्योंकि नमी बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनती है।
नहाने के बाद शरीर पर लोशन लगाते समय नाभि में लोशन लगाने से बचें। इससे नाभि में गंदगी और बैक्टीरिया जमा होने का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रूप से सही तरीके से सफाई करके आप नाभि से जुड़ी अधिकांश समस्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं।
नाभि में संक्रमण के प्रमुख लक्षण
नाभि में संक्रमण होने पर कई लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगते हैं। इनमें सूजन और लालिमा प्रमुख हैं। नाभि और उसके आसपास की त्वचा लाल और सूजी हुई नजर आ सकती है। इसके साथ ही व्यक्ति को लगातार जलन और खुजली का अहसास होता रहता है, जो काफी परेशान कर सकता है।
संक्रमण की स्थिति में नाभि से एक चिपचिपा द्रव्य निकलने लगता है। यह डिस्चार्ज सफेद, पीले या हरे रंग का हो सकता है और इसकी गंध बहुत तेज होती है। यह समस्या अक्सर यीस्ट इंफेक्शन के कारण होती है। इस द्रव्य के संपर्क में आने पर उंगलियां भी बदबूदार हो जाती हैं।
नाभि में हल्का से लेकर तेज दर्द भी महसूस हो सकता है। छूने पर यह क्षेत्र अत्यधिक कोमल और दर्दनाक लगता है। कभी-कभी त्वचा इतनी संवेदनशील हो जाती है कि हल्का सा स्पर्श भी तकलीफदेह हो सकता है। इन लक्षणों के दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
नाभि की स्वच्छता का ध्यान रखना केवल सौंदर्य की दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह समग्र स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। एक स्वच्छ नाभि कई तरह के संक्रमणों और त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाने में मदद करती है। इसलिए इसे अपनी दैनिक सफाई का एक अभिन्न अंग बनाना चाहिए।
नाभि की देखभाल के संबंध में जागरूकता की कमी के कारण कई लोग गंभीर समस्याओं का सामना करते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नाभि की उचित सफाई न केवल स्थानीय संक्रमण को रोकती है, बल्कि इसका पूरे शरीर की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस छोटे से प्रयास से बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।
