Himachal News: हिमाचल प्रदेश सिक्किम के बाद देश का दूसरा राज्य बनेगा, जो स्मार्ट सिटी पहल के तहत एआई आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट और स्मार्ट पार्किंग सिस्टम लागू करेगा। यह सिस्टम ट्रैफिक जाम, प्रदूषण और सड़क दुर्घटनाओं को कम करेगा। शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में एक दल दक्षिण कोरिया में इसकी तकनीकी जानकारी ले रहा है। जल्द ही सिटी नेट के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
एआई ट्रैफिक मैनेजमेंट की विशेषताएं
एआई आधारित ट्रैफिक सिस्टम हाई-रेजोल्यूशन कैमरों और सेंसरों से वाहनों की गति और संख्या की निगरानी करेगा। यह सिस्टम ट्रैफिक जाम को कम करने में मदद करेगा। भूस्खलन या बर्फबारी जैसी बाधाओं का तुरंत पता लगेगा। सड़क नियमों का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई संभव होगी। यह तकनीक सड़क सुरक्षा को बढ़ाएगी और पर्यटन को प्रोत्साहन देगी। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में यह सिस्टम बेहद उपयोगी होगा।
स्मार्ट पार्किंग की सुविधा
स्मार्ट पार्किंग सिस्टम सेंसर और कैमरों से पार्किंग स्थलों की उपलब्धता की जानकारी देगा। पर्यटक और स्थानीय लोग मोबाइल एप या डिजिटल साइनबोर्ड के जरिए खाली स्लॉट देख सकेंगे। पार्किंग स्लॉट को ऑनलाइन बुक करने और डिजिटल भुगतान की सुविधा मिलेगी। इससे पार्किंग की खोज में लगने वाला समय बचेगा। यह सिस्टम ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाएगा और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर करेगा।
दक्षिण कोरिया दौरा और योजना
शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ चार विधायक और अधिकारी दक्षिण कोरिया में हैं। उन्होंने सिटी नेट के सीईओ से मुलाकात की। इस दौरे का उद्देश्य तकनीकी सलाह, वित्त पोषण और नीतिगत मार्गदर्शन प्राप्त करना है। हिमाचल में स्मार्ट सिटी परियोजना को लागू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर जोर दिया जा रहा है। जल्द ही इस परियोजना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
