Rs 2500 crore cryptocurrency case: 2500 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी मामले को लेकर एसआईटी ने करीब आठ हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार की है. जल्द ही यह चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी चल रही है. हालांकि इस मामले का मुख्य आरोपी सुभाष विदेश फरार है.
इस मामले में 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें तीन मुख्य आरोपी बनाए गए हैं, इनमें हेमराज, सुखदेव, अभिषेक शामिल हैं. इसके अलावा अब तक गिरफ्तार किए गए 19 आरोपियों में तीन पुलिसकर्मी, जेल वार्डर, एएसआई, वन विभाग के कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी और बाकी अन्य लोग शामिल हैं.
एसआईटी की रडार पर और भी लोग हैं
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एसआईटी के रडार पर अभी और भी लोग हैं, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है. सभी मामलों को लेकर शिमला जिला न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा. इस पूरे मामले में अब तक 18 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है.
वहीं इस मामले में शामिल आरोपियों की संपत्तियों का ब्यौरा लेने और और संपत्ति जब्त करने की तैयारी चल रही है. एसआईटी इस मामले में पहली चार्जशीट दाखिल करेगी और उसके बाद पूरक चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी. अब तक जब्त की गई संपत्तियों में हिमाचल प्रदेश के मंडी, कांगड़ा, ऊना और पंजाब और हरियाणा में बनाई गई संपत्तियां जब्त की गई हैं. अब तक करोड़ों रुपये की ठगी करने वालों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की आभासी मुद्रा है। इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है. डॉलर या रुपये जैसी करेंसी की तरह क्रिप्टोकरेंसी से भी लेनदेन किया जा सकता है. इस वक्त दुनिया में 4 हजार से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी प्रचलन में हैं।
इनमें से बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है. प्रत्येक बिटकॉइन लेनदेन को ब्लॉकचेन के माध्यम से एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है। जो विकेंद्रीकृत तरीके से विभिन्न उपयोगकर्ताओं द्वारा किया जाने वाला एक रिकॉर्ड रखरखाव प्रणाली है।