शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

जेठानी-देवरानी कांड: जेठानी और उसकी सहेली ने चुराए देवरानी के जेवर, पंचायत ने सुलझाया मामला; जानें कैसे

Share

Himachal News: एक ग्राम पंचायत में जेठानी और उसकी सहेली ने देवरानी के जेवर चुराने की कोशिश की। यह चोरी उन पर भारी पड़ गई। दोनों महिलाएं एक समारोह में शामिल होने गई थीं। देवरानी के लौटने पर उसने अपने जेवर गायब पाए। इसकी जांच शुरू हुई तो पता चला कि जेठानी पहले ही लौट आई थी।

चोरी का पता चलने पर शुरू हुई जांच

जेवर गायब होने की सूचना मिलते ही पंचायत के सदस्य सक्रिय हो गए। उन्होंने गहन जांच शुरू की। जांच में पता चला कि जेठानी की एक सहेली भी उस दिन देखी गई थी। इस सहेली पर पहले भी ऐसे आरोप लग चुके थे। पंचायत प्रतिनिधियों ने दोनों महिलाओं से सख्ती से पूछताछ की।

पुलिस और पंचायत ने दबाव बनाया

मामला गंभीर होते देख पंचायत ने पुलिस चौकी को सूचित किया। पंचायत प्रतिनिधियों और पुलिस कर्मियों ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। उन्होंने चोरों को चेतावनी दी कि जेवर वापस नहीं किए गए तो मुकदमा दर्ज होगा। साथ ही जेल की सजा और सामाजिक बदनामी का सामना करना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश बाढ़: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वायु सेना से मांगा राहत कार्यों में सहयोग

चोरी का सामान मिलने पर आया सच

दबाव में आकर जेठानी की सहेली ने सच्चाई बताई। वह उन्हें एक जौहरी के पास ले गई। जौहरी ने बताया कि जेवर पहले ही पिघलाए जा चुके हैं। उसने चोरों को उन जेवरों की नकदी दे दी थी। इस स्थिति में जेवर वापस लौटाना संभव नहीं था।

नए जेवर बनाने का हुआ फैसला

पंचायत ने फैसला सुनाया कि चोरों को नए जेवर बनाकर देने होंगे। जौहरी को भी चेतावनी दी गई कि वह नए जेवर बनाने में सहयोग करे। अन्यथा उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस फैसले के बाद नए जेवर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हुई।

चोरों को उठाना पड़ा अतिरिक्त खर्च

नए जेवर बनवाने में जेठानी और उसकी सहेली को पचास हजार रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े। नए दरों पर जेवरों की कीमत पहले से अधिक थी। इस तरह चोरी करने वालों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। उनकी चाल उल्टी पड़ गई।

यह भी पढ़ें:  शिमला: भाजपा महिला मोर्चा आज कांग्रेस नेताओं के खिलाफ करेगा धरना प्रदर्शन, जानें कारण

पंचायत प्रतिनिधि ने किया पुष्टि

ग्राम पंचायत के उपप्रधान ने इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि मामला सुलझ गया है। नए जेवर तैयार करके देवरानी को दे दिए गए हैं। पूरे इलाके में इस घटना की खूब चर्चा हो रही है। लोग पंचायत की कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं।

समाज के लिए सबक बना मामला

यह मामला ग्रामीण इलाकों में सामुदायिक न्याय प्रणाली का उदाहरण बना। पंचायत ने बिना पुलिस प्रक्रिया के मामला सुलझाया। चोरों को उनके कर्मों का फल मिल गया। इस घटना ने गांव के लोगों के लिए एक सबक स्थापित किया है। अब लोग अधिक सतर्कता बरत रहे हैं।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News