शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

श्रीनयनादेवी मंदिर: अब लंगर में सिलेंडर से नहीं, गैस प्लांट से होगा खाना बनाने का काम; जानें पूरी डिटेल

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Himachal News: श्रीनयनादेवी मंदिर के लंगर भवन में अब सिलेंडर के प्रयोग से होने वाले भारी खर्च में बचत होगी। मंदिर न्यास ने आधुनिक तकनीक आधारित गैस प्लांट तैयार कर लिया है। यह हिमाचल के किसी शक्तिपीठ में ऐसा पहला प्रोजेक्ट है। गैस प्लांट से पाइपलाइन बिछाकर लंगर भवन में गैस सप्लाई कनेक्ट कर दी गई है।

नयनादेवी मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं एसडीएम धर्मपाल चौधरी ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस नए सिस्टम से मंदिर न्यास को सिलेंडरों पर खर्च होने वाली राशि की बचत होगी। गैस प्लांट लाखों रुपए की लागत से तैयार किया गया है। अब गैस चूल्हे पर पाइपलाइन के माध्यम से ही खाना तैयार किया जाएगा।

वेस्ट से गैस बनाने की योजना

मंदिर न्यास अध्यक्ष ने बताया कि लंगर से निकलने वाले वेस्ट से गैस तैयार करने की योजना पर काम पूरा हो गया है। इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ जल्द ही किया जाएगा। यह पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ समाधान साबित होगा। इससे मंदिर परिसर की स्वच्छता भी बनी रहेगी।

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लंगर भवन में कोल्ड स्टोर भी तैयार कर लिया गया है। इस स्टोर को बनाने में 20 लाख रुपए की लागत आई है। कोल्ड स्टोर में खाद्य वस्तुओं को सुरक्षित रखने की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे भोजन की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

भक्तों के लिए भोजन व्यवस्था

श्रीनयनादेवी मंदिर एकमात्र ऐसा शक्तिपीठ है जहां भक्तों के लिए ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की व्यवस्था है। प्रतिदिन का मेन्यू अलग रहता है। भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। लंगर भवन और अन्य स्थानों पर साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है।

मंदिर प्रबंधन भक्तों की सुविधा का पूरा ख्याल रखता है। स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक भोजन उपलब्ध कराना मंदिर की प्राथमिकता है। श्रद्धालु यहां निशुल्क भोजन प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकते हैं। इस सेवा से हर दिन हजारों भक्त लाभान्वित होते हैं।

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प्रसाद के रूप में मशहूर बेसन

मंदिर न्यास की अपनी दुकान है जहां देसी घी का बेसन तैयार होता है। इस बेसन की मांग देश-विदेश में रहती है। श्रद्धालु प्रसाद के रूप में इसकी खरीददारी करते हैं। यह बेसन अपनी उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है।

मंदिर न्यास अध्यक्ष धर्मपाल ने बताया कि बेसन की गुणवत्ता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां का बेसन पूरी दुनिया में मशहूर है। श्रद्धालु इसे प्रसाद के रूप में खरीदकर ले जाते हैं। इससे मंदिर न्यास की आय में भी वृद्धि होती है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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