Sports News: भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान श्रेयस अय्यर गंभीर चोट के कारण अगले दो महीने तक मैदान से दूर रहेंगे। ऑस्ट्रेलिया में हुई वनडे सीरीज के दौरान वह कैच लेने का प्रयास करते हुए घायल हो गए थे। इस चोट के कारण उनकी तिल्ली में आंतरिक रक्तस्राव हुआ जिसके बाद उन्हें सिडनी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। अय्यर अब अस्पताल के आईसीयू से बाहर आ चुके हैं और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
अय्यर की यह चोट पिछले शनिवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर लगी। वह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलेक्स कैरी का कैच पकड़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान वह अचानक गिर गए और उनके पेट के निचले हिस्से में चोट आई। मैदान पर ही टीम के फिजियो ने उनका प्राथमिक उपचार किया और उन्हें ड्रेसिंग रूम ले जाया गया।
चोट की गंभीरता और इलाज
अस्पताल पहुंचने के बाद अय्यर की हालत में गिरावट आई। मेडिकल जांच में पता चला कि उनकी तिल्ली में चोट के कारण आंतरिक रक्तस्राव हो रहा है। इसके बाद उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने रक्तस्राव रोकने के लिए एक विशेष चिकित्सा प्रक्रिया की।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकी ने स्पष्ट किया कि अय्यर की सर्जरी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि केवल एक मेडिकल प्रक्रिया के जरिए रक्तस्राव को नियंत्रित किया गया है। अय्यर को इस हफ्ते की शुरुआत में आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था।
क्रिकेट शेड्यूल पर प्रभाव
इस चोट के कारण अय्यर अगले दो महीने तक क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे। इससे वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं। जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में उनके शामिल होने की संभावना भी कम है। प्रैक्टिस की कमी के कारण उनका वापसी मुश्किल हो सकती है।
टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारत की यह अंतिम अंतरराष्ट्रीय सीरीज होगी। टीम प्रबंधन इस सीरीज में ही टूर्नामेंट के लिए अंतिम रोस्टर तय करना चाहेगा। अय्यर के इस सीरीज से बाहर रहने पर उनके टी20 वर्ल्ड कप में शामिल होने की उम्मीदें कमजोर पड़ गई हैं।
भविष्य के टूर्नामेंट
यदि अय्यर न्यूजीलैंड सीरीज से चूक जाते हैं तो उनका अगला अंतरराष्ट्रीय मैच जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर हो सकता है। इस हिसाब से वह सीधे आईपील में ही क्रिकेट की वापसी कर पाएंगे। आईपील 2023 उनके लिए वापसी का महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है।
भारतीय क्रिकेट टीम को अय्यर की अनुपस्थिति का महत्वपूर्ण नुकसान होगा। वह मध्यक्रम के महत्वपूर्ण बल्लेबाज हैं और टीम के उप-कप्तान भी रहे हैं। टीम प्रबंधन को अब उनके विकल्प की तलाश करनी होगी। इससे युवा खिलाड़ियों के लिए अवसर पैदा हो सकता है।
पिछला प्रदर्शन और भूमिका
श्रेयस अय्यर ने हाल ही में भारतीय टीम में अपनी जगह मजबूत की थी। वह सीमित ओवरों की टीम में नियमित सदस्य बन चुके थे। उनकी अनुपस्थिति से टीम के मध्यक्रम में रिक्तता पैदा हो गई है। टीम प्रबंधन को इस रिक्तता को भरने के लिए तत्काल समाधान खोजना होगा।
चोटिल खिलाड़ियों की लिस्ट में अय्यर नया नाम जुड़ गया है। भारतीय टीम पहले से ही रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों की चोट से जूझ रही है। अय्यर की चोट से टीम की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब टीम को इन सभी खिलाड़ियों के विकल्प तलाशने होंगे।
