Himachal Liquor Shops Auction: जिला शिमला के 15 जोन के तहत आने वाले 245 शराब ठेकों की खुली नीलामी में इस बार आबकारी एवं कराधान विभाग की बंपर कमाई हुई है। शहर के न्यू शिमला सामुदायिक केंद्र में शुक्रवार को यह नीलामी रखी थी।
सुबह ही सामुदायिक केंद्र पर बोली को लेकर ठेकेदार जमा हो गए। यहां एक-एक कर सभी 15 जोन के ठेकों की नीलामी प्रक्रिया चली। आबकारी विभाग के अनुसार खुली बोली सभी ठेकों की नीलामी हो गई है। जिले के 245 शराब ठेके रिकॉर्ड 251 करोड़ रुपये में नीलाम हुए हैं। यह अब तक की सबसे ज्यादा कमाई है। बीते साल यह 200 करोड़ से कम में बिके थे। आबकारी विभाग के अनुसार इस बार हर जोन में बीते साल की तुलना में ज्यादा पैसों पर ठेकों की नीलामी हुई। कुल 15 जोन के सभी ठेकों को मिलाकर इस बार नीलामी में पिछले साल की तुलना में 44.91 फीसदी ज्यादा कमाई हुई है। वहीं, रिजर्व प्राइस से 29.89 फीसदी ज्यादा बोली लगी है।
आबकारी विभाग ने सभी 15 जोन के तहत आने वाले ठेकों का रिजर्व प्राइस 193 करोड़ रुपये तय किया था। खुली बोली में 251 करोड़ रुपये मिले हैं। राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त आयुक्त साउथ जोन पंकज शर्मा ने बताया कि जिला शिमला के ठेकों की नीलामी प्रक्रिया पूरी कर ली है।
मालरोड पर कम, जुब्बल कोटखाई में ज्यादा बोली
नीलामी प्रक्रिया के दौरान मालरोड और संजौली जोन के ठेकों की नीलामी लगभग रिवर्ज प्राइस पर ही हुई। मालरोड जोन में रिजर्व प्राइस से 4.77 जबकि संजौली जोन में सिर्फ 0.16 फीसदी ज्यादा बोली लगी। वहीं, जुब्बल कोटखाई में रिजर्व प्राइस से 48.14 फीसदी ज्यादा रेट पर ठेकों की नीलामी हुई। कुमारसैन में रिजर्व प्राइस से 47.56, चौपाल में 44.46 तो रामपुर में 46.62 फीसदी ज्यादा रेट पर ठेके नीलाम हुए।
कई साल बाद खुली बोली
साल 2007 के बाद पहली बार खुली बोली से शराब के ठेकों की नीलामी की गई है। हालांकि, यह नीलामी जोन वाइज की गई। इससे पहले पर्ची सिस्टम से ठेकों की नीलामी होती रही है। नई नीलामी के बाद जिन संचालकों को ठेके आवंटित हुए हैं वह पहली अप्रैल से बिक्री शुरू करेंगे।