Himachal News: शिमला में ब्रिटिश काल के ऐतिहासिक रिकॉर्ड आज भी सुरक्षित हैं। नगर निगम शिमला के पास सैकड़ों साल पुराने दस्तावेज मौजूद हैं। इंग्लैंड से लोग इन रिकॉर्ड को प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से आते रहते हैं। हर्टफोर्डशायर काउंटी से आए एक दंपति ने शुक्रवार को जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त किए।
जार्ज लुक और जार्ज मैथ्यू इंग्राम लुक शिमला घूमने आए थे। उन्हें पता चला कि उनके परिचितों का जन्म यहां हुआ था। उन्होंने नगर निगम की स्वास्थ्य शाखा में आवेदन दिया। नगर निगम ने उन्हें जन्म प्रमाण पत्र जारी किए।
ब्रिटिश नागरिकों के जन्म प्रमाण पत्र
जार्ज लुक के परिचित इयान कॉलिन स्टुअर्ट नारमंड का जन्म 18 फरवरी 1928 को शिमला में हुआ था। जार्ज मैथ्यू इंग्राम लुक की परिचित मैरी एवीलिन का जन्म 6 मई 1920 को हुआ था। नगर निगम ने दोनों के जन्म प्रमाण पत्र तैयार किए।
नगर निगम के हेल्थ ऑफिसर डॉ. चेतन चौहान ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड से आए दंपति को उनके परिचितों के जन्म प्रमाण पत्र दिए गए। नगर निगम के पास ब्रिटिश काल का विस्तृत रिकॉर्ड उपलब्ध है।
1870 से संरक्षित है रिकॉर्ड
नगर निगम शिमला के पास ब्रिटिश शासनकाल का महत्वपूर्ण रिकॉर्ड है। यह रिकॉर्ड साल 1870 से 2015 तक का है। इसमें जन्म और मृत्यु का पूरा ब्यौरा शामिल है। 1870 से 1947 तक शिमला में रहे अंग्रेजों का रिकॉर्ड भी इसमें मौजूद है।
यह ऐतिहासिक दस्तावेज शिमला की विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। नगर निगम इन दस्तावेजों को सावधानीपूर्वक संरक्षित कर रहा है। शोधार्थी और इतिहासकार भी इन रिकॉर्ड का अध्ययन करते हैं।
ब्रिटिश काल की ग्रीष्मकालीन राजधानी
शिमला ब्रिटिश हुकूमत में ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करती थी। यह शहर कई ऐतिहासिक पहलुओं को समेटे हुए है। ब्रिटिश काल के स्मारक और इमारतें आज भी इसकी गवाही देते हैं। नगर निगम का रिकॉर्ड इसी ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है।
इंग्लैंड से आने वाले पर्यटक अक्सर इन रिकॉर्ड में दिलचस्पी दिखाते हैं। वे अपने पूर्वजों के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। नगर निगम की स्वास्थ्य शाखा इस काम में उनकी मदद करती है।
नगर निगम की भूमिका
नगर निगम शिमला ऐतिहासिक दस्तावेजों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। संस्था के पास ब्रिटिश काल से लेकर आजादी के बाद तक का रिकॉर्ड मौजूद है। यह रिकॉर्ड न केवल ऐतिहासिक बल्कि कानूनी महत्व भी रखते हैं।
डॉ. चेतन चौहान ने बताया कि विदेशी नागरिकों को दस्तावेज उपलब्ध कराना नियमित प्रक्रिया है। नगर निगम इस संबंध में आवेदनों को प्राथमिकता से संसाधित करता है। इससे शिमला का अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी योगदान रहता है।
