Himachal News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक सरकारी स्कूल में छठी कक्षा की छात्रा से छेड़छाड़ का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बालूगंज थाने में आरोपित शिक्षक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही शिक्षक को गिरफ्तार किया जा सकता है। इस घटना ने स्कूलों में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
छात्रा ने बहन को बताई आपबीती
छठी कक्षा की छात्रा ने अपनी बड़ी बहन को बताया कि शिक्षक कई दिनों से उसके साथ गलत व्यवहार कर रहा था। डर की वजह से वह स्कूल जाना बंद कर चुकी थी। बहन ने इसकी शिकायत महिला समिति को दी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। बालूगंज थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। इस मामले ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है।
महिला समिति ने उठाई बर्खास्तगी की मांग
महिला समिति ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया है। समिति की सचिव सोनिया सबरवाल ने कहा कि ऐसी घटनाएं बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जैसे अभियानों को कमजोर करती हैं। उन्होंने आरोपित शिक्षक को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। समिति का कहना है कि स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। इस तरह की घटनाएं शिक्षण संस्थानों पर भरोसे को ठेस पहुंचाती हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
बालूगंज पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित शिक्षक के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए जा रहे हैं। जांच में यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या शिक्षक ने पहले भी ऐसी हरकतें की थीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर करती हैं। पुलिस ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
स्कूल प्रशासन पर सवाल
इस घटना ने स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। अभिभावकों का कहना है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े नियम होने चाहिए। कई लोगों ने मांग की है कि शिक्षकों की भर्ती और उनके व्यवहार की नियमित निगरानी जरूरी है। इस मामले ने शिक्षा विभाग को भी कटघरे में खड़ा किया है। लोग चाहते हैं कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
