Shimla News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने राजधानी शिमला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खलीणी का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान स्कूल के प्रधानाचार्य राज कुमार अनुपस्थित पाए गए. आठ और नौ सितंबर को भी वह बिना अनुमति के स्कूल नहीं आए थे. दो शिक्षक हेल्पबुक से पढ़ाते हुए पाए गए.
निदेशक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रधानाचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया. उन्हें 11 सितंबर को निदेशक के समक्ष उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देना होगा. शिक्षा विभाग ने पहले ही हेल्पबुक के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था. इस नियम की अवहेलना करने वाले शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
निरीक्षण में खामियां
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्रवक्ता रमेश कुमार और अनीता ठाकुर एनसीईआरटी पुस्तकों के बजाय हेल्पबुक से पढ़ा रहे थे. उपनिदेशक को भी प्रधानाचार्य की अनुपस्थिति की जानकारी नहीं थी. न ही कोई अवकाश आवेदन प्राप्त हुआ था. इस गंभीर लापरवाही को देखते हुए जांच प्रकोष्ठ को तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया गया.
शिक्षा विभाग ने 19 अगस्त को स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि सरकारी स्कूलों में हेल्पबुक के इस्तेमाल की अनुमति नहीं है. सभी जिलों के उपनिदेशकों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे. निदेशक ने फिर से स्पष्ट किया कि सभी विद्यालयों को सरकारी नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा.
विभाग की कार्रवाई
शिक्षा निदेशक ने स्कूल स्टाफ से जानकारी लेने पर पता चला कि प्रधानाचार्य लगातार अनुपस्थित थे. उनकी अनुपस्थिति के बारे में संबंधित अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं थी. इस गंभीर अनुशासनहीनता के मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है. विभाग ने सभी स्कूलों में नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है.
निरीक्षण अभियान जारी रखने की योजना है. शिक्षा विभाग का मानना है कि ऐसे औचक निरीक्षण शिक्षण गुणवत्ता सुधारने में मददगार साबित होंगे. स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने के लिए नियमित मॉनिटरिंग जरूरी है. विभाग भविष्य में भी ऐसे निरीक्षण करता रहेगा.
