Shimla News: शिमला के राजकीय माध्यमिक विद्यालय मेफील्ड में फर्जी हाजिरी का बड़ा मामला सामने आया है। स्कूल शिक्षा निदेशक ने कार्रवाई करते हुए एक टीजीटी अध्यापिका को निलंबित कर दिया है। तीन अन्य शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अध्यापिका के स्कूल से अनुपस्थित रहने के बावजूद उसकी ऑनलाइन हाजिरी लग रही थी।
आरोप है कि अध्यापिका का सिम कार्ड स्कूल में ही रखा हुआ था। इस कारण स्विफ्ट चैट सिस्टम पर उसकी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज हो रही थी। स्कूल के अन्य शिक्षक इस काम में उसका सहयोग कर रहे थे। जबकि रजिस्टर पर अध्यापिका की छुट्टी लगाई जा रही थी।
औचक निरीक्षण में हुआ खुलासा
विभाग के निदेशक आशीष कोहली को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार एक अक्टूबर को जीएमएस मेफील्ड की अध्यापिका अनुपस्थित थी। तीन अक्टूबर को स्कूल का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि अध्यापिका 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक विद्यालय में उपस्थित नहीं थी।
फिर भी उन्होंने उपरोक्त तिथियों के दौरान स्विफ्ट चैट पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। दैनिक उपस्थिति रिकॉर्ड से पता चला कि उन्होंने 29 सितंबर को अवकाश और 30 सितंबर को प्रतिबंधित अवकाश दर्ज करवाया था। लेकिन अधिकारी द्वारा अवकाश स्वीकृत किए जाने का कोई प्रमाण नहीं मिला।
सहयोगी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई
दौरे के दौरान पाया गया कि स्कूल के कार्यवाहक प्रमुख पीईटी अध्यापिका के सिम कार्ड का उपयोग कर रहे थे। वह स्विफ्ट चैट पर अध्यापिका की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक एक अक्टूबर को स्कूल की अन्य शिक्षक भी इस काम में शामिल थीं।
यह मामला बीईईओ शिमला के माध्यम से निदेशक कार्यालय के संज्ञान में आया। निदेशक आशीष कोहली ने केन्द्रीय सिविल सेवा नियम, 1965 के तहत अध्यापिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन की अवधि के दौरान अध्यापिका का मुख्यालय राजकीय उच्च विद्यालय सहमल रहेगा।
उसे नियंत्रक प्राधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने की शर्त लगाई गई है। निलंबित अध्यापिका को नियमों के अनुसार निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा। तीनों सहयोगी शिक्षकों को नोटिस की प्राप्ति के दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देना होगा।
