Himachal News: राजधानी शिमला में दाह संस्कार महंगा होने पर विरोध शुरू हो गया है। गदर फ्रंट संस्था ने संजौली शमशानघाट में अनशन शुरू कर दिया है। संस्था के संयोजक रवि कुमार दलित ने लकड़ी के बढ़े दामों पर नाराजगी जताई है। प्रशासन की चुप्पी के बाद उन्होंने श्मशानघाट पर ही मोर्चा खोल दिया है।
प्रशासन की अनदेखी पर अनशन
रवि कुमार ने इस मुद्दे पर पहले उपायुक्त और एसपी को ज्ञापन सौंपा था। अधिकारियों की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने सांकेतिक भूख हड़ताल का फैसला लिया। उनका कहना है कि प्रशासन जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। वह अब श्मशानघाट से ही अपनी आगे की रणनीति बनाएंगे।
इतने बढ़ गए लकड़ी के दाम
संजौली श्मशानघाट का संचालन सनातन धर्म सभा करती है। पहले यहां लकड़ी 350 रुपये प्रति मन मिलती थी। अब इसके लिए 450 रुपये वसूले जा रहे हैं। सूद सभा ने भी कनलोग श्मशानघाट में दाम बढ़ा दिए हैं। वहां प्रति क्विंटल 100 से 200 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
आम जनता पर पड़ेगा बोझ
एक शव के संस्कार में लगभग 14 मन लकड़ी लगती है। बढ़े हुए दामों के हिसाब से अब लोगों को 1400 रुपये ज्यादा देने होंगे। शिमला के स्थानीय निवासियों पर यह अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। रवि कुमार ने बढ़े हुए दामों को तत्काल वापस लेने की मांग की है।
