Himachal News: शिमला पुलिस को नशा तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मिली है। मिशन क्लीन-भरोसा के तहत पुलिस ने तीन अलग-अलग मामलों में कार्रवाई की है। एक महिला सहित तीन आरोपियों को चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है। कुल बरामद चरस का वजन 409 ग्राम से अधिक है। सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
पहला मामला छोटा शिमला पुलिस थाना का है। पुलिस टीम ने लोअर पंथाघाटी में एक व्यक्ति को शक के आधार पर रोका। तलाशी में उसके पास से 36.21 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी कुलदीप चौहान की पहचान सिरमौर जिले के निवासी के रूप में हुई। उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया। मामले की जांच जारी है।
दूसरी कार्रवाई चौपाल इलाके में हुई। पुलिस को वार्ड नंबर एक में रहने वाली एक महिला के बारे में गुप्त सूचना मिली। टीम ने रखा देवी के घर पर छापा मारा। तलाशी के दौरान एक गुलाबी रंग के पाउच में 43.140 ग्राम चरस मिली। आरोपी महिला को भी हिरासत में लिया गया है।
तीसरा मामला कुपवी पुलिस का है। गश्त के दौरान धड़ा नाला के पास एक युवक पर शक किया गया। तलाशी में उसके कब्जे से 330 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी मनीष की पहचान नेरवा निवासी के रूप में हुई। यह सबसे बड़ी खेप है जो इस अभियान में अब तक बरामद हुई है।
पुलिस तस्करी के लिंक्स की कर रही जांच
शिमला एसएसपी संजीव गांधी ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस अब तस्करी के पूरे नेटवर्क का पता लगा रही है। जांच में यह पता किया जा रहा है कि यह नशा कहां से आ रहा था। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि इसे किन-किन लोगों को बेचा जाना था।
एसएसपी ने नशा तस्करों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि नशाखोर और तस्कर अपनी हरकतें बंद कर दें। अन्यथा पुलिस उनके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई करेगी। मिशन क्लीन-भरोसा अभियान लगातार जारी रहेगा। पुलिस का लक्ष्य शिमला को नशे की समस्या से मुक्त कराना है।
यह अभियान शिमला पुलिस की विशेष पहल है। इसके तहत नशा तस्करी और नशाखोरी पर प्रभावी अंकुश लगाया जा रहा है। आम जनता से भी सहयोग की अपील की गई है। कोई भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दे सकता है। इससे पुलिस को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में मदद मिलेगी।
