Shimla News: हिमाचल प्रदेश की शिमला पुलिस एक बार फिर विवादों में है। एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने महिला अधिकारी और उनके ड्राइवर पर मारपीट का आरोप लगाया है। पीड़ित कॉन्स्टेबल के शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं।
यह घटना 17 सितंबर की रात की है। कॉन्स्टेबल अपने घरेलू मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंचा था। आरोप है कि उसे दो घंटे तक थाने में बैठाकर रखा गया। जब उसने शिकायत दर्ज न होने का सवाल किया तो महिला अधिकारी के ड्राइवर ने उसे पकड़ा।
मारपीट की घटना
ड्राइवर ने कॉन्स्टेबल को थाने की निचली मंजिल में ले जाया। कमरे का दरवाजा खुलते ही महिला अधिकारी ने उस पर हमला कर दिया। उन्होंने थप्पड़ों की बरसात की और मारपीट की। ड्राइवर ने भी उसे पीटा।
इसके बाद पीड़ित को थाने के बाहर फेंक दिया गया। पीड़ित कॉन्स्टेबल शिमला की पुलिस लाइन कैथू में तैनात है। उसके दाहिने कान और बाएं बाजू में चोटें आई हैं। शरीर के अन्य हिस्सों में भी निशान हैं।
मदद नहीं मिली
लहूलुहान हालत में कॉन्स्टेबल पुलिस लाइन कैथू पहुंचा। उसने नाइट मुंशी से मदद मांगी लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। अंततः उसे खुद ही अस्पताल जाना पड़ा। उसने अपना इलाज करवाया।
18 सितंबर को पीड़ित कॉन्स्टेबल ने न्यू शिमला थाने में शिकायत दर्ज की। उसने दो पन्नों की लिखित शिकायत दी है। पीड़ित का डीडीयू अस्पताल में मेडिकल करवाया गया है।
जांच शुरू
एडिशनल एसपी नवदीप सिंह ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। तथ्यों को खंगाला जा रहा है। मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
