Himachal News: राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने दिल्ली में हुए बम धमाके की टाइमिंग पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि ऐसी घटनाएं अक्सर चुनाव से पहले ही क्यों होती हैं? उन्होंने कहा कि इस पर प्रश्नचिह्न लगना स्वाभाविक है। मंत्री ने यह भी कहा कि देश में मुसीबत के समय प्रधानमंत्री का विदेश दौरे पर चले जाना भी चिंता का विषय है।
नेगी ने पूर्व के उदाहरण देते हुए कहा कि पुलवामा और पहलगाम की घटनाएं भी चुनावी period के आसपास हुई थीं। उन्होंने current स्थिति की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बिहार में मतदान से पहले यह धमाका हुआ है। उनके इन बयानों ने एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर सीधा हमला
मंत्री नेगी ने विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ठाकुर का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। यह टिप्पणी मंडी में आपदा प्रभावितों को दी गई राहत राशि को लेकर हुई बहस के बाद आई। नेगी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता राहत कार्यों के बारे में जानबूझकर गलत जानकारी फैला रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जयराम ठाकुर सहित सभी भाजपा विधायकों को राहत वितरण कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। लेकिन कोई भी विपक्षी नेता इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ। नेगी ने कहा कि सरकार पारदर्शी तरीके से राहत कार्य कर रही है।
केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
जगत सिंह नेगी ने केंद्र सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा के दौरान 1500 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। लेकिन हिमाचल प्रदेश को यह राशि अभी तक नहीं मिली है। इससे राज्य के पुनर्निर्माण कार्यों में बाधा आ रही है।
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का यह रवैया हिमाचल के लोगों के प्रति अन्यायपूर्ण है। उन्होंने तत्काल राहत राशि जारी करने की मांग की। इस मामले ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
शिमला पुलिस का हाई अलर्ट
दिल्ली धमाके के बाद शिमला पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों और रिज मैदान में लगातार पुलिस गश्त जारी है। पुलिस ने नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की है। शिमला के प्रवेश द्वार शोघी बैरियर पर विशेष चौकसी की जा रही है।
बाहर से आने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही है। इसके लिए चौबीसों घंटे स्टाफ तैनात किया गया है। विशेष रूप से दूसरे राज्यों के वाहनों को बिना जांच के अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। पुलिस की यह कार्रवाई सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है।
सीमावर्ती इलाकों में बढ़ाई गई सतर्कता
उत्तराखंड के साथ लगती जिला सीमाओं पर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। कुड्डू और फेडिज पुल के पास उत्तराखंड से आने वाले वाहनों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों में किसी संदिग्ध वस्तु मिलने पर तुरंत सूचना देने की अपील की है।
एसएसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि दिल्ली धमाके के बाद जिले में सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने नागरिकों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया। शहर के रिज मैदान और बस स्टैंड जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
नागरिकों की सहभागिता को दिया जोर
पुलिस प्रशासन ने जन सहयोग को सुरक्षा व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने इलाके में किसी अनजान या संदिग्ध व्यक्ति के बारे में तुरंत सूचना दें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं और थानों में विशेष व्यवस्था की गई है।
पुलिस का मानना है कि सामुदायिक सहयोग से आतंकी घटनाओं को रोकने में मदद मिलती है। शिमला जैसे पर्यटन प्रधान शहर में सुरक्षा के इंतजाम और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। पुलिस द्वारा की गई यह सभी तैयारियां निवारक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।
