Himachal News: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने शिमला के संजौली इलाके में स्थित एक मस्जिद के बाहर हुए विवाद के बाद छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। यह घटना शुक्रवार की दोपहर की है जब स्थानीय लोगों के एक समूह ने मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहे लोगों को रोक दिया था। पुलिस ने देवभूमि संघर्ष समिति के सदस्यों के खिलाफ कानून व्यवस्था भंग करने और धार्मिक तनाव पैदा करने का मामला दर्ज किया है।
स्थानीय लोगों का एक समूह मस्जिद के रास्ते में खड़ा हो गया और नमाज के लिए जा रहे लोगों को आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान समूह ने नारेबाजी भी की। मौके पर मौजूद पुलिस दल ने स्थिति को शांत करने और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन विरोध कर रहे लोग नहीं माने।
विरोध कर रही महिलाओं ने दावा किया कि बाहर से आने वाले लोग उनके घरों के सामने से गुजरते हैं और ताक-झांक करते हैं। उनका कहना था कि वे ऐसे लोगों को अपने घरों के आस-पास नहीं घूमने देंगी। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
पुलिस ने किन लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
पुलिस ने देवभूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक मदन ठाकुर और विजय शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। चार महिलाओं में कल्पना शर्मा, श्वेता चौहान, शिल्पी और पारुल के नाम शामिल हैं। पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर भीड़ जमा करके धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया।
इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है। घटना के समय पुलिस की एक टीम मस्जिद परिसर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात थी। पुलिस ने बताया कि उनके समझाने के बावजूद विरोध जारी रहा।
मस्जिद को लेकर क्या है विवाद
संजौली स्थित इस मस्जिद को लेकर स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि यह मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है। इस मुद्दे पर पहले भी कई बार तनाव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। प्रशासन ने इस मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। पुलिस ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। आगे की कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने हालात पर नजर बनाए रखी है।
