हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश ने कहर बरपा रखा है, जिससे काफी नुकसान भी हो रहा है। हालांकि, कई दुर्घटनाएं मानसून के कारण नहीं बल्कि प्रशासन की लापरवाही के कारण हो रही हैं। ऐसा ही एक मामला शिमला के चौरा मैदान इलाके से सामने आया, जहां शुक्रवार शाम को मलबा घर में घुस गया। मलबा गिरते ही घर में रह रहे लोग जान बचाने के लिए दौड़ पड़े।
घर में रखा सारा सामान मलबे में दब गया, गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, वहां रहने वाले लोगों ने इसकी शिकायत पहले नगर प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से की थी। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे यह हादसा हुआ। वहीं प्रशासन द्वारा देर शाम होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है।
मकान में रह रही पूजा ने बताया कि लंबे समय से विभाग को इस बारे में शिकायत दे रही थी. संबंधित मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी की गई थी, लेकिन आश्वासन के सिवाय उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायतें देने के बावजूद विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की ओर से भी केवल अधिकारियों को निर्देश करने देने की बात कही जाती रही है.
लेकिन कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा और पहाड़ से मलबा गिरकर उनके घर पर घुस गया. नगर निगम द्वारा सड़क के साथ नाले नहीं निकाले गए जिससे पानी नीचे रिस रहा था इसको लेकर नगर निगम लोक निर्माण विभाग को शिकायत दी दी लेकिन किसी ने सुध नही ली। जिससे ये हादसा हुआ है। उन्होंने कहा कि अब उनके पास उनके पास सिर ढकने के लिए छत भी नहीं है और वह यह नहीं जानते कि रात कहां गुजरेगी.
बता दें कि मानसून में भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. कई ऐसे इलाके हैं. जहां लोग लगातार विभाग से कार्रवाई कर आवश्यक कदम उठाने की गुहार लगाते आए हैं, लेकिन बावजूद इसके विभाग लोगों की शिकायत नहीं सुनता. इसी वजह से कई बड़े हादसे हो जाते हैं.