Himachal News: शिमला में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। बालूगंज थाना पुलिस ने 28 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिकायत एक युवती ने की है जो गुजरात की रहने वाली है। वह सशस्त्र सीमा बल के मेडिकल ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रही है। युवती ने अपनी छोटी बहन को विदेश भेजने की कोशिश की थी।
युवती ने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने उससे संपर्क किया था। उन्होंने विदेश भेजने की प्रक्रिया पूरी कराने का वादा किया। ‘ईगल एडवाइजर’ नामक संस्था से जुड़े लोगों ने उसे अपने जाल में फंसाया। आरोपियों में राधिका कुमारी और इंद्रजीत ग्रेवाल के नाम शामिल हैं। उन्होंने वीजा और अन्य प्रक्रियाओं के नाम पर पैसे लिए।
ऐसे हुई थी ठगी
आरोपियों ने युवती का विश्वास जीतने के लिए कई आश्वासन दिए। वे लगातार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का बहाना बनाते रहे। इसके लिए वे अलग-अलग बहानों से रकम जमा करवाते रहे। कुल मिलाकर 28 लाख रुपये की ठगी हुई। जब युवती ने वास्तविक स्थिति जाननी चाही तो आरोपी टालमटोल करने लगे। बाद में उन्होंने संपर्क करना बंद कर दिया।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 120-बी और 506 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच की जिम्मेदारी एएसआई अश्वनी कुमार को सौंपी गई है। पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या यह कोई संगठित गिरोह है। आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ भी ऐसी ही ठगी की है या नहीं, यह जांच का विषय है।
पहले भी हुए हैं ऐसे मामले
शिमला में विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही एक युवक ने तीन लोगों पर एक लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था। उसने भी विदेश भेजने की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए पैसे दिए थे। बाद में उसे धोखा मिला। उसने भी बालूगंज थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी।
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। किसी भी एजेंट या संस्था पर भरोसा करने से पहले उसकी विश्वसनीयता की जांच करने को कहा है। पुलिस का कहना है कि लोग विदेश जाने के सपने देखकर जल्दबाजी में फंस जाते हैं। ऐसे में उन्हें ठग आसानी से शिकार बना लेते हैं।
