Himachal News: रामपुर बुशहर में एक युवती का सोशल मीडिया के लिए वायरल वीडियो बनाना लगभग जानलेवा साबित हो गया। शनिवार को वजीर बावड़ी पुल पर रील बनाते समय वह संतुलन खोकर सतलुज नदी की तेज धारा में गिर गई। मौके पर मौजूद गुज्जर समुदाय के कुछ युवकों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे बचा लिया। उनकी इस बहादुरी से एक बड़ा हादसा टल गया।
यह घटना दोपहर के समय रामपुर और निरमंड को जोड़ने वाले पुल पर घटी। युवती अपनी एक सहेली के साथ वहां सोशल मीडिया के लिए एक वीडियो क्लिप बना रही थी। तभी अचानक उसका पैर फिसला और वह नीचे बहती नदी में जा गिरी। उसकी सहेली ने मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर पास ही मौजूद गुज्जर समुदाय के कुछ युवक घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने एक पल की भी देरी किए बिना सतलुज नदी के ठंडे पानी में छलांग लगा दी। नदी का बहाव काफी तेज और खतरनाक था। फिर भी उन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं की।
युवकों ने युवती को नदी की तेज धाराओं के बीच से बाहर निकाला। इस पूरे ऑपरेशन में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार वे उसे सुरक्षित किनारे पर लाने में सफल रहे। इस दौरान युवती अत्यधिक डरी हुई और घायल अवस्था में थी।
घटना की सूचना मिलते ही ब्रो पुलिस चौकी की टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत युवती को अपनी गाड़ी में बिठाया। उसे तुरंत खनेरी स्थित महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक उपचार किया।
चिकित्सकीय जांच के बाद युवती की हालत स्थिर पाई गई। इसके बाद पुलिस ने उसे सुरक्षित उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने बचाव कार्य में शामिल युवकों की सराहना की। उनके त्वरित कार्य ने एक जान बचाई।
इस घटना ने सोशल मीडिया के लिए खतरनाक तरीके से वीडियो बनाने के चलन पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पिछले कुछ समय में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। इनमें लोग वायरल होने के चक्कर में अपनी सुरक्षा को दरकिनार कर देते हैं।
हालांकि यह मामला संकट के समय मानवीय एकजुटता की एक बेहतरीन मिसाल भी है। स्थानीय निवासियों की सतर्कता और सामुदायिक भावना ने जान बचाई। यह समाज के सकारात्मक पहलू को दर्शाता है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी जगहों पर वीडियो शूट करते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। उनका कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है। सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस घटना में बचाव दल की प्रतिक्रिया भी त्वरित रही। पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बेहतर समन्वय देखने को मिला। इससे न केवल जान बचाई गई बल्कि युवती को तुरंत चिकित्सकीय सहायता भी मिल सकी।
क्षेत्र के लोग बचाव में शामिल युवकों की बहादुरी की प्रशंसा कर रहे हैं। उनके इस साहसिक कार्य ने पूरे समुदाय को गौरवान्वित किया है। ऐसे समय में जब सामाजिक मूल्य कमजोर पड़ रहे हैं यह घटना एक नई रोशनी दिखाती है।
