Shimla News: शिमला स्थित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में आयुष्मान भारत और हिम केयर योजना के तहत इलाज बंद हो गया है। 11 अगस्त से यह सेवा ठप पड़ी है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार वेंडरों को सरकार की ओर से भुगतान न मिलने के कारण उन्होंने दवाएं और सामान देना बंद कर दिया है। इससे हजारों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भुगतान अटकने से पैदा हुआ संकट
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सरकार द्वारा अनुदान राशि जारी नहीं की जा रही है। वेंडर मुफ्त इलाज के बदले मिलने वाली राशि का भुगतान न होने से नाराज हैं। आयुष्मान और हिम केयर योजना की करोड़ों राशि सरकार के पास फंसी हुई है। अस्पताल ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग को कई पत्र भी लिखे हैं।
मरीजों को उठानी पड़ रही है मुश्किल
मरीजों को अब दवाएं और ऑपरेशन का सामान बाहर से खरीदना पड़ रहा है। अस्पताल की दुकानों पर उन्हें दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। इससे मरीजों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है। कई मरीजों को अपना इलाज बीच में ही छोड़ना पड़ सकता है।
रोजाना आते हैं हजारों मरीज
रिपन अस्पताल में रोजाना 1000 से 1200 मरीज ओपीडी में आते हैं। यहां सिरमौर, ठियोग और शिमला ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। आईजीएमसी की तुलना में कम भीड़ के कारण मरीज यहां जल्दी इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं। वर्तमान स्थिति से उनकी परेशानी बढ़ गई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर लोकेंद्र शर्मा ने पुष्टि की कि वेंडरों ने सामान देना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि हिम केयर योजना के तहत इलाज प्रभावित हो रहा है। प्रशासन सरकार से भुगतान जारी करने का अनुरोध कर रहा है। इस समस्या का जल्द समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है।
