शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

शिमला: सरकारी स्कूल में शराब पीकर पढ़ाने आए शिक्षक पर कार्रवाई, शिक्षा विभाग ने किया निलंबित

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Himachal News: शिमला जिले के रोहड़ू क्षेत्र में एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक ने शराब पीकर कक्षा लेने का शर्मनाक कारनामा किया। स्थानीय लोगों और स्कूल प्रबंधन समिति की शिकायत पर एसडीएम ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जेबीटी शिक्षक नशे की हालत में पाया गया। शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

यह घटना शुक्रवार को रोहड़ू के एक ग्रामीण इलाके के प्राथमिक विद्यालय में घटित हुई। एसडीएम कार्यालय को पहले से ही शिक्षक के नशे में स्कूल आने की कई शिकायतें मिल रही थीं। ग्रामीणों और एसएमसी सदस्यों ने बताया कि शिक्षक अक्सर शराब के नशे में बच्चों को पढ़ाने आता था।

एसडीएम ने किया औचक निरीक्षण

शिकायतों की पुष्टि के लिए एसडीएम रोहड़ू ने शुक्रवार दोपहर स्कूल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षक स्पष्ट रूप से शराब के नशे में दिखाई दिया। एसडीएम ने तुरंत पुलिस बुलाकर शिक्षक को सिविल अस्पताल रोहड़ू भेजा। वहां उसका मेडिकल परीक्षण करवाया गया।

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मेडिकल रिपोर्ट ने शिक्षक के नशे की पुष्टि कर दी। इस पूरे प्रकरण ने अधिकारियों को हैरान कर दिया। एसडीएम ने तुरंत मामले की रिपोर्ट शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी। विभाग ने बिना समय गंवाए कार्रवाई का फैसला किया।

शिक्षा विभाग ने की कड़ी कार्रवाई

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक शिमला ने शिक्षक को निलंबित कर दिया। निलंबन के आदेश केंद्रीय सिविल सेवा नियम 1965 के तहत जारी किए गए। शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्णय लिया गया।

निलंबन अवधि के दौरान शिक्षक का मुख्यालय शिक्षा खंड कार्यालय कुपवी में रहेगा। उसे बीईईओ की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया है। यह कदम विभागीय जांच पूरी होने तक प्रभावी रहेगा।

स्थानीय लोगों ने जताई संतुष्टि

ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधन समिति ने विभाग की कार्रवाई पर संतुष्टि जताई है। उनका कहना है कि नशे की हालत में शिक्षक का स्कूल आना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इससे पढ़ाई का माहौल खराब होता है और बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

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स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे लंबे समय से इस समस्या से परेशान थे। उन्होंने कई बार शिकायतें की थीं लेकिन पहले कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद ही मामले में तेजी आई और निलंबन तक की कार्रवाई हुई।

शिक्षा विभाग ने बनाई जांच समिति

शिक्षा विभाग ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक समिति गठित की है। समिति पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करेगी। जांच में शिक्षक के पिछले रिकॉर्ड की भी जांच की जाएगी। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में कोई रियायत नहीं दी जाएगी।

विभागीय अधिकारियों ने कहा कि शिक्षकों से उच्च आचरण की अपेक्षा की जाती है। नशे की हालत में स्कूल आना गंभीर अनुशासनहीनता मानी जाएगी। विभाग ऐसे सभी मामलों में कड़ी कार्रवाई करेगा। इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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