New Delhi: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। हसीना ने साफ कहा कि बांग्लादेश में हो रही हिंसा और अराजकता के लिए सीधे तौर पर यूनुस जिम्मेदार हैं। उन्होंने भारत में रहते हुए एक इंटरव्यू में कहा कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद हालात बेकाबू हुए हैं। Sheikh Hasina के मुताबिक, जिस अराजकता ने उनकी सरकार गिराई थी, वही अब यूनुस के राज में कई गुना बढ़ गई है।
भारत-बांग्लादेश रिश्तों पर क्या बोलीं हसीना
Sheikh Hasina ने भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में आई खटास के लिए भी यूनुस सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रशासन भारत के खिलाफ दुश्मनी वाले बयान देता है। यह सरकार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में पूरी तरह फेल रही है। उन्होंने 27 साल के हिंदू युवक दीप चंद्र दास की हत्या का जिक्र किया, जिसे ईशनिंदा के आरोप में मार दिया गया था। हसीना ने कहा कि भारत हमारा पुराना और भरोसेमंद दोस्त है। जब देश में कानून का राज लौटेगा, तब रिश्ते फिर से मजबूत होंगे।
बिना अवामी लीग चुनाव महज दिखावा
चुनावों को लेकर Sheikh Hasina ने सख्त चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अवामी लीग के बिना कोई भी चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकता। यह चुनाव नहीं, बल्कि सिर्फ ताजपोशी होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस बिना जनता के वोट के सत्ता चला रहे हैं। अब वे उस पार्टी को बैन करना चाहते हैं जिसे जनता ने नौ बार चुना है। हसीना ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो लाखों लोग वोट ही नहीं देंगे। ऐसी सरकार के पास कोई नैतिक अधिकार नहीं होगा।
भारत का जताया आभार
अपने प्रत्यर्पण की खबरों पर Sheikh Hasina ने कहा कि यह यूनुस सरकार की हताशा है। उन्होंने मुश्किल वक्त में शरण देने के लिए भारत का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भारत के सभी दलों ने उनका समर्थन किया है। हसीना ने बताया कि उन्होंने देश इसलिए छोड़ा ताकि और खून न बहे। उन्होंने अपने ऊपर चल रहे मुकदमों को राजनीतिक साजिश बताया। उनका कहना है कि उन्हें अपने पसंद के वकील तक नहीं दिए जा रहे हैं।
