Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री Sheikh Hasina की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। ढाका की एक अदालत ने गुरुवार को उन्हें बड़ा झटका दिया। कोर्ट ने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में उन्हें 21 साल की जेल की सजा सुनाई है। यह फैसला उनकी गैर-मौजूदगी में सुनाया गया। हसीना फिलहाल भारत में रह रही हैं।
बिना आवेदन के मिले थे प्लॉट
बांग्लादेश की सरकारी एजेंसी बीएसएस ने मामले की जानकारी दी। यह पूरा मामला पुर्बाचोल के राजुक न्यू टाउन प्रोजेक्ट से जुड़ा है। अदालत ने पाया कि भू-खंडों (प्लॉट्स) के आवंटन में भारी गड़बड़ी हुई। जज ने फैसले में कहा कि Sheikh Hasina को बिना किसी आवेदन के प्लॉट दिए गए। यह आवंटन पूरी तरह गैरकानूनी तरीके से किया गया था।
तीन मामलों में सात-सात साल की जेल
कोर्ट ने पूर्व पीएम को भ्रष्टाचार के तीन अलग-अलग मामलों में दोषी माना है। न्यायाधीश ने उन्हें प्रत्येक मामले में सात साल की सजा सुनाई। इस तरह कुल मिलाकर उन्हें 21 वर्ष कारावास की सजा मिली है। चूंकि हसीना देश में नहीं हैं, इसलिए यह ट्रायल उनकी अनुपस्थिति में ही चला।
पहले मिल चुकी है मौत की सजा
हसीना के खिलाफ यह पहला बड़ा फैसला नहीं है। इससे पहले 17 नवंबर को एक विशेष ट्रिब्यूनल ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी। वह सजा ‘मानवता के विरुद्ध अपराधों’ के लिए दी गई थी। कोर्ट ने उन्हें जुलाई में हुए हिंसक प्रदर्शनों का ‘मास्टरमाइंड’ बताया था। उस दौरान सरकार की कार्रवाई में सैकड़ों लोग मारे गए थे।
भारत सरकार का रुख
भारत सरकार ने बुधवार को हसीना के प्रत्यर्पण (Extradition) पर अपनी बात रखी। भारत ने कहा कि वह बांग्लादेश के अनुरोध पर गौर कर रहा है। सरकार पड़ोसी देश के लोगों के हितों का ध्यान रखेगी। उधर, अवामी लीग ने इन फैसलों को राजनीतिक साजिश बताया है। उनका आरोप है कि यह Sheikh Hasina को चुनाव से बाहर रखने की चाल है।
