Kerala News: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राष्ट्रीय सुरक्षा को पार्टी हितों से ऊपर बताया। ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार का समर्थन करने वाले थरूर ने कहा कि देश हित सर्वोपरि है। कोच्चि में एक छात्र के सवाल पर उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के कथन, “अगर भारत मर गया, तो कौन बचेगा?” का हवाला दिया। थरूर ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर अपनी बात रखी। उनकी टिप्पणियों ने पार्टी में मतभेदों की चर्चा को हवा दी।
भारत सर्वोपरि
शशि थरूर ने कहा कि राजनीतिक दल राष्ट्र को बेहतर बनाने का माध्यम हैं। उन्होंने जोर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। कोच्चि में एक कार्यक्रम में थरूर ने कहा कि वह अपनी पार्टी का सम्मान करते हैं, लेकिन देश पहले आता है। उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस के कुछ नेताओं की आलोचना के जवाब में आई। थरूर ने कहा कि वह अपनी बात पर कायम रहेंगे, क्योंकि यह देश के लिए सही है।
पार्टी आलोचना पर जवाब
थरूर ने कांग्रेस नेताओं की आलोचना का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर सरकार और सेना का समर्थन करना उनका कर्तव्य है। थरूर ने स्पष्ट किया कि वह केवल अपनी व्यक्तिगत राय रखते हैं, न कि पार्टी के प्रवक्ता के रूप में। कोच्चि में उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद सीमाओं पर रुकने चाहिए। उनकी यह टिप्पणी ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में दिए बयानों के बाद आई, जिससे पार्टी में तनाव बढ़ा।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर एकजुटता
शशि थरूर ने कहा कि संसद में कई दल हैं, जो विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग राय रखते हैं। लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर एकजुटता जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि सभी दलों का लक्ष्य एक बेहतर और सुरक्षित भारत होना चाहिए। थरूर ने कहा कि वह भारत के लिए बोलते हैं, न कि केवल अपनी पार्टी के लिए। उनकी यह बात कोच्चि में एक हाई स्कूल छात्र के सवाल के जवाब में सामने आई।
थरूर का दृढ़ रुख
थरूर ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह राष्ट्रीय हित में अपनी बात पर अडिग रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनकी आलोचना करते हैं, लेकिन वह इसे सही मानते हैं। थरूर ने जोर दिया कि भारत के सभी नागरिकों का हित उनके लिए महत्वपूर्ण है। उनकी टिप्पणियों ने कांग्रेस के भीतर मतभेदों को उजागर किया। थरूर ने कहा कि वह पार्टी के साथ हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है।
