New Delhi News: भारत में डिजिटल ट्रेडिंग ने निवेश की दुनिया बदल दी है. अब मोबाइल से ही Share Market में पैसा लगाना बेहद आसान हो गया है. डीमैट अकाउंट खोलने से लेकर आईपीओ भरने तक सब कुछ ऑनलाइन है. लेकिन इस सुविधा के साथ एक बड़ा खतरा भी आया है. साइबर ठगों ने अब रिटेल निवेशकों को अपना नया शिकार बनाना शुरू कर दिया है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने भी निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
क्यों निशाने पर हैं आम निवेशक?
डिजिटल इंडिया के दौर में साइबर अपराधी स्मार्ट हो गए हैं. वे अब सिर्फ सोशल मीडिया अकाउंट हैक नहीं करते. उनका सीधा निशाना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट होते हैं. यहां से उन्हें यूपीआई और बैंक खातों तक सीधी पहुंच मिल जाती है. Share Market में निवेश करने वाले अक्सर बड़ी रकम का लेनदेन करते हैं. यही कारण है कि वे हैकर्स के लिए एक आसान और बड़ा टारगेट बन गए हैं.
छोटी लापरवाही से बड़ा नुकसान
निवेशक अक्सर अनजाने में ऐसी गलतियां करते हैं जो भारी पड़ जाती हैं. कमजोर पासवर्ड रखना या पब्लिक वाई-फाई पर ट्रेडिंग करना खतरनाक है. कई बार लोग अनजान लिंक पर क्लिक कर देते हैं. खुद को ब्रोकर बताने वाले फर्जी कॉल पर भरोसा करना भी आम है. इन गलतियों से आपकी निजी जानकारी ठगों के हाथ लग सकती है. इससे आपका Share Market का पोर्टफोलियो खाली हो सकता है.
अब ठगी के तरीके हुए हाईटेक
साइबर फ्रॉड अब सिर्फ ओटीपी (OTP) मांगने तक सीमित नहीं रहा. अपराधी अब एआई (AI) आधारित फिशिंग और क्लोन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. वे असली जैसी दिखने वाली नकली वेबसाइट्स बनाते हैं. स्क्रीन-शेयरिंग स्कैम के जरिए वे आपके फोन का पूरा कंट्रोल ले लेते हैं. आपको पता भी नहीं चलता और वे आपके खाते से अवैध लेनदेन कर लेते हैं. आपका पैन और आधार डेटा ही उनकी असली कमाई है.
कैसे रखें अपनी कमाई सुरक्षित?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है. सबसे पहले एक मजबूत पासवर्ड बनाएं. इसमें नाम, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर का इस्तेमाल न करें. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) जरूर चालू रखें. यह सुरक्षा की एक और परत जोड़ता है. Share Market के ऐप्स हमेशा ऑफिशियल स्टोर से ही डाउनलोड करें. समय-समय पर अपने ऐप्स अपडेट करते रहें.
