Himachal News: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने एक महत्वपूर्ण बयान देकर चर्चा बटोरी है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी को पालमपुर विधानसभा सीट पर जीत दिलवाए बिना ईश्वर के पास नहीं जाना चाहते। नब्बे वर्षीय नेता ने स्वीकार किया कि 2027 का चुनाव उनके जीवन का अंतिम चुनाव हो सकता है। उनकी यह इच्छा अब पार्टी के भीतर गहन विचार का विषय बन गई है।
तीन दशक से जारी है पालमपुर में भाजपा का सूखा
पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को लगातार तीन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। शांता कुमार स्वयं 1990 में इस सीट से विधायक बने थे। उनके राजनीतिक शिष्य प्रवीण शर्मा 2007 में पार्टी के लिए यह सीट जीतने में सफल रहे थे। किंतु उसके बाद से यह सीट लगातार कांग्रेस के पास चली आ रही है। 2012 में बृज बिहारी लाल बुटेल, 2017 और 2022 में उनके पुत्र आशीष बुटेल ने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
कई प्रत्याशियों के बाद भी नहीं मिली सफलता
लगातार हार से उबरने के लिए भाजपा ने पालमपुर में अपने उम्मीदवार तक बदले। 2012 के बाद पार्टी ने 2017 के चुनाव में इंदु गोस्वामी को मैदान में उतारा। 2022 के विधानसभा चुनाव में त्रिलोक कपूर को पार्टी का टिकट दिया गया। किंतु इन दोनों ही प्रयासों में पार्टी को सफलता नहीं मिल सकी। इस लगातार हार ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की चिंता बढ़ा दी है।
जयराम ठाकुर ने की थी शांता कुमार से मुलाकात
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हाल ही में शांता कुमार के निवास स्थान पर उनसे मुलाकात की थी। इस बैठक में पालमपुर सहित पूरे प्रदेश में भाजपा की जीत की रणनीति पर विमर्श हुआ। यह मुलाकात पार्टी के भीतर इस सीट को लेकर गंभीर चिंता को दर्शाती है। पालमपुर का भाजपा के इतिहास में विशेष स्थान है। वर्ष 1989 में यहीं पर श्रीराम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव पारित हुआ था।
2027 के चुनाव को लेकर है विशेष महत्वाकांक्षा
शांता कुमार ने स्पष्ट किया कि 2027 का विधानसभा चुनाव उनके जीतने का अंतिम चुनाव हो सकता है। इसीलिए वह चाहते हैं कि भाजपा पालमपुर और हिमाचल प्रदेश दोनों जगह जीत हासिल करे। उन्होंने कहा कि इस जीत के बाद ही वह ईश्वर के चरणों में जाना चाहेंगे। यह बयान उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत, हर घर स्वदेशी’ कार्यक्रम के दौरान दोहराया। भाजपा ने हाल ही में बद्दी में ‘मिशन-2027’ की शुरुआत की है।
पार्टी में जारी है नेतृत्व को लेकर चर्चा
हिमाचल प्रदेश भाजपा में पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर लगातार चर्चा जारी है। केंद्रीय नेतृत्व इस संबंध में मंथन कर रहा है। वर्तमान में डॉ. राजीव बिंदल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार त्रिलोक जम्वाल और राजीव भारद्वाज भी इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ही अंतिम फैसला करेगा।
पालमपुर में बुटेल परिवार का दबदबा
पालमपुर में कांग्रेस के बुटेल परिवार ने लगातार तीन चुनावों में अपनी पकड़ मजबूत की है। 2012 में बृज बिहारी लाल बुटेल ने यह सीट जीती थी। 2017 और 2022 के चुनावों में उनके पुत्र आशीष बुटेल ने इस सीट पर कांग्रेस का झंडा बुलंद रखा। भाजपा के लिए इस पारिवारिक दबदबे को तोड़ना अब एक बड़ी चुनौती बन गया है। शांता कुमार की इच्छा पूरी करने के लिए पार्टी को नई रणनीति बनानी होगी।
