Shimla News: भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने कहा कि सत्ता चली जाए तो चले, लेकिन सत्य नहीं जाना चाहिए। पालमपुर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि 60 साल के राजनीतिक जीवन में उनकी उपलब्धियां अधिक रही हैं। उनकी जीवन गाथा हिंदी और अंग्रेजी के बाद अब पंजाबी में भी आ रही है।
शांता कुमार ने कहा कि देश और भाजपा का स्वर्णिम युग चल रहा है। अयोध्या में राम मंदिर बनना और धारा 370 हटना बड़ी उपलब्धियां हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का कोई विकल्प नहीं है। स्वर्णिम युग लाने में आरएसएस की सबसे बड़ी भूमिका रही है।
जेल में बिताए गए दिनों का जिक्र
शांता कुमार ने नाहन जेल में बिताए 19 महीनों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि जेल में स्वामी विवेकानंद की पुस्तक ने उनकी जिंदगी बदल दी। अंत्योदय की प्रेरणा उन्हें जेल से ही मिली थी। उन्होंने कहा कि जेल नहीं जाते तो आज वैसे नहीं होते।
हिमाचल में जल शक्ति विभाग का निर्माण शांता कुमार की महत्वपूर्ण उपलब्धि रही। उन्होंने बताया कि एनडीए सरकार में खाद्य मंत्री रहते हुए उन्होंने अंत्योदय योजना शुरू की थी। इस योजना को लेकर तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा नाराज हो गए थे।
राजनीतिक अनुभव साझा किए
शांता कुमार ने 1977 में मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि सत्ता चले जाने के बाद वह शिमला के थियेटर में फिल्म देखने गए थे। लोगों को यह देखकर हैरानी हुई थी। उन्होंने कहा कि राजनीति में सत्य का महत्व सबसे अधिक है।
कांग्रेस के वोट चोरी के आंदोलन को उन्होंने राजनीतिक ड्रामा बताया। शांता कुमार ने कहा कि आरएसएस से कई मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री निकले हैं। संगठन की देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
