शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

स्कूल सुरक्षा: प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में आवारा कुत्तों को खाना खिलाने पर लगा प्रतिबंध, नोडल अधिकारी नियुक्त

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Himachal News: प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों को आवारा कुत्तों से निपटने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। शिक्षा विभाग ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए यह निर्देश जारी किए हैं। प्रत्येक संस्थान में परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

इन अधिकारियों का विवरण संस्थान के मुख्य द्वार पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। संस्थानों को संबंधित नगर निकाय को भी इसकी सूचना देनी होगी। शैक्षणिक परिसरों में आवारा कुत्तों को खाना खिलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

अंतर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता

प्रधानाचार्यों को स्थानीय नगर निगम अधिकारियों, पशुपालन विभाग और जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करना होगा। यह समन्वय आवारा कुत्तों की समस्या के स्थायी समाधान के लिए आवश्यक है। संस्थानों को परिसर की सीमा, द्वार और बाड़ को सुरक्षित रखना होगा।

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सभी प्रवेश बिंदुओं को विशेष ध्यान में रखते हुए सुरक्षा उपायों को मजबूत करना होगा। नोडल अधिकारी को नियमित रूप से परिसर का निरीक्षण करना होगा। उन्हें आवारा कुत्तों के प्रवेश या दोबारा आने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करनी होगी।

छात्र सुरक्षा के विशेष उपाय

सभी शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों और कर्मचारियों के लिए विशेष जागरूकता सत्र आयोजित करने होंगे। इन सत्रों में जानवरों के काटने की स्थिति में प्राथमिक उपचार के बारे में बताया जाएगा। तत्काल प्रोटोकॉल पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

परिसर की परिधि और आंतरिक क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण किया जाएगा। संस्थानों को पशु जन्म नियंत्रण नियम, 2023 का पालन सुनिश्चित करना होगा। आवारा कुत्तों को पकड़ने, नसबंदी, टीकाकरण और पुनर्वास के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करना होगा।

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सात दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश

संस्थानों को सात दिनों के भीतर अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। यह रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजनी होगी। न्यायालय के आदेशों को ध्यान में रखते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

छात्रों, कर्मचारियों और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। संस्थानों को परिसर में साफ-सफाई और उचित अपशिष्ट निपटान का विशेष ध्यान रखना होगा। छात्र सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

इन उपायों का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक वातावरण को सुरक्षित और स्वच्छ बनाना है। आवारा कुत्तों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना इसका प्रमुख लक्ष्य है। सभी संस्थानों से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की गई है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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