Himachal News: शाला पंचायत के उप प्रधान पर पत्रकार नरेंद्र सिंह ने मानहानि का आरोप लगाया। नरेंद्र ने मंडी एसपी को ईमेल के जरिए शिकायत की। उप प्रधान ने सोशल मीडिया पर नरेंद्र पर रेत-बजरी के लिए ब्लैकमेलिंग और अवैध टीडी लाने का आरोप लगाया। नरेंद्र ने इन आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने गोहर पुलिस से एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने नरेंद्र का बयान दर्ज किया।
सोशल मीडिया पर विवाद
नरेंद्र सिंह ने बताया कि उप प्रधान ने व्हाट्सएप और फेसबुक पर उनके खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए। इनमें ब्लैकमेलिंग और अवैध टीडी लाने की बात शामिल थी। नरेंद्र ने कहा कि ये आरोप उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। उन्होंने पुलिस से शिकायत की कि उप प्रधान ने बिना सबूत के उनकी मानहानि की। नरेंद्र ने एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की। गोहर पुलिस जांच कर रही है।
नरेंद्र सिंह का पक्ष
नरेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी रेत या बजरी की मांग नहीं की। टीडी के लिए ग्राम सभा और वन विभाग की औपचारिकताएं पूरी की गईं। उन्होंने उप प्रधान से सबूत मांगे कि उन्होंने किसे ब्लैकमेल किया। नरेंद्र ने बताया कि वे पत्रकार हैं और भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं। उप प्रधान के आरोपों से उनकी भावनाएं आहत हुईं। उन्होंने शाला पंचायत के उप प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस जांच और कानूनी कदम
गोहर पुलिस ने नरेंद्र सिंह का बयान दर्ज किया। नरेंद्र ने कहा कि अगर पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं करेगी, तो वे शिमला हाई कोर्ट जाएंगे। उन्होंने अपनी शिकायत में एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने उप प्रधान के आरोपों की जांच शुरू की। नरेंद्र ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। वे अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
