साया हो किसी का साथ तो
जीने की चाहत होती है
साया हो किसी का साथ तो
जीवन जीना भी आसान लगता हैं
माँ का साया जीवन संवारता है
पिता का साया आदर्श सिखाता है
भाई का साया हौंसला बढ़ाता है
बहन का साया हिम्मत बढ़ाता है
पत्नि का साया जीवन बदलता है
बच्चों का साया उम्मीद बढ़ाता है
प्रेमी का साया जोश बढ़ाता है
समाज का साया अपनों से जोड़े रखता है
वादे कसमें खाते तो बहुत हैं
आखिरी साँसों तक साया बना रहेंगे
कुछ बन जाते हैं कुछ मुंह मोड़ देते हैं
कोई साथ हो या ना हो
हाँ इतना समझ लो
ऊपर वाले का साया जरूर होता है
बस हर वक्त उसे याद करे
वो हमारे साथ होंगें तुम्हारे साथ होंगें
बाहरी मोह को छोड़ जहाँ रिश्तों का मोल नहीं
मतलब के लिए ही रिश्ते यहाँ तब सही
आओ प्रभु का साया लें
आओ प्रभु का साथ लें
-राम भगत, नेगी किन्नौर, हिमाचल प्रदेश
लेखक राम भगत नेगी मूलतः हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रहने वाले है और उनकी शिक्षा 10 तक हुई है। वर्तमान में डीजे और टेंट का व्यवसाय करते है और विद्युत विभाग के ठेकेदार है। साथ में लेखक समाज सेवा भी करते है। लेखक गिरिराज, वर्तमान अंकुर, गंगा खबर, दक्षिण प्रतीक्षा समाचार आदि छप चुके है। राष्ट्रीय कवि संगम हिमाचल प्रदेश किन्नौर इकाई के अध्यक्ष है।